इस्लाम में गौ मूत्र नापाक और नाजायज: इमारते शरिया
पटना: बाबा रामदेव ने हाल ही में इंडिया टीवी के कार्यक्रम आप की अदालत में एक बेहद विवादास्पद बयान दिया है, उन्होंने कहा कि कुरान में उल्लेख है कि गोमूत्र को इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, इसलिए मुसलमानों को गौ मूत्र का भी इस्तेमाल करना चाहिए।
बाबा रामदेव के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मशहूर आलिम और इमारते शरिया बिहार, उड़ीसा और झारखंड के नाज़िम मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी ने अपने एक बयान में कहा कि बाबा रामदेव का यह बयान गैर जानकारी पर आधारित है। कुरान में कहीं भी इसका ज़िक्र नहीं है कि गाय का पेशाब को दवा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस्लाम के अंदर गाय और अन्य सभी जानवरों के मूत्र और मल को अपवित्र और नापाक क़रार दिया गया है। इस्लाम नापाक और हराम चीज़ो से लोगों के इलाज करने को मना करता है। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव को अपनी जानकारी में सुधार करनी चाहिए और अपने बयान को वापस लेना चाहिए, और आगे से इस्लाम और मुसलमानों के बारे में या कुरान के बारे में कोई भी बात कहने पहले इसके बारे में सही जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। इस तरह विवादास्पद बयान देकर ख्वामख्वाह आपसी भाईचारे के माहौल को खराब करने के लिए उन जैसे लोगों को कतई शोभा नहीं देता है।