बाबा की लीला अपरम्पार भूलवा दिया आसाम बिहार !!
यूनुस मोहानी
बाबा की गुफा ,बाबा का डेरा,बाबा की फिल्म, बाबा की हनिप्रीत,बाबा की मस्तियां यह सब तो आपको याद हो गया होगा शायद आप कभी नहीं भूलेंगे लेकिन आपने क्या ध्यान दिया हालांकि कोई खास ज़रूरत है नहीं लेकिन फिर भी कभी तो इस तरह भी सोचिए बाबा पर फैसले के बाद क्या गायब हुआ टीवी स्क्रीन से? अखबार के पहले से लेकर आखरी पन्ने तक पलटने पर आपको क्या ऐसा नहीं दिखा जो आपके इंसान होने के नाते आपको जानना ज़रूरी था ?
आपको याद नहीं आयेगा क्योंकि हमसब बीमार हो चुके हैं हमें टीवी की बीमारी हो गई है । इसे टीबी मत समझ लीजिएगा,क्योंकि उसका इलाज तो हमारी सरकार फ्री में करा रही है आप दूरदर्शन नहीं देखते क्या अब देखिए उसमे यह सब बताते है । टीबी का इलाज संभव है यह लाइलाज बीमारी भी नहीं है।लेकिन आप जिस बीमारी का शिकार हो गये है उसका न तो सरकार फ्री इलाज करवाती है और न ही इसका इलाज इतना आसान है उल्टा इस बीमारी से आप ग्रसित हो जाएं इसके लिए सरकार अरबों रुपए खर्च करती है अभी हाल ही में सूचना का अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत मांगी गई सूचना से यह खुलासा हुआ कि केन्द्र सरकार ने लगभग 11अरब रुपए विज्ञापन में खर्च किए।अब तो आप अपनी बीमारी के विषय में कुछ समझ रहे होंगे जी हां आपको टीवी हो गई है इस बीमारी की चपेट में आते ही हमारे विचार समाप्त होने लगते है विशेषज्ञों की माने तो हमारे विचारों पर झूट हावी हो जाता है और हम वहीं सोचते है जो हमे दिखाया जाता है यानी अंत में विचारशून्यता इस बीमारी का परिणाम है ।इसके लिए यह मूर्खता का डिब्बा ही नहीं समाचार का हर माध्यम ज़िम्मेदार है ।
चलिए देखते हैं कहीं आप भी इस बीमारी की चपेट में नहीं आ गये क्योंकि स्वाइनफ्लू से बचने का तो उपाय है इससे बचने का कोई घरेलू टोटका भी नहीं ,आपको बिहार ,आसाम ,उड़ीसा,उत्तरप्रदेश में कुछ हुआ याद है लालू की रैली मत बताइएगा न ही लखनऊ मेट्रो 5 सितम्बर से चलेगी यह बताइएगा मै कुछ और याद दिलाना चाह रहा हूं।आपको याद नहीं आयेगा क्योंकि आप चपेट में हैं।बिहार से लेकर असम ,उत्तरप्रदेश यानी देश के 7 राज्य जलमग्न है कुछ याद आया देश में सिर्फ हरियाणा और हरियाणा में डेरा सच्चा सौदा ,और डेरे में बाबा और बाबा की अय्याशी ही नहीं है देश में बिहार भी है असम भी उत्तरप्रदेश ,उड़ीसा भी है लेकिन हम तो कश्मीर की बात होने पर यह कहते है कि कश्मीर हमारा अभिन्न अंग है बिल्कुल है और भारत गणराज्य कश्मीर से कन्याकुमारी तक है तो आप बिहार क्यों भूले?
बाढ़ इंसानी ज़िंदगियां को लील गई ,इलाक़े के इलाक़े तबाह हुए और बाबा ने बाढ़ को लील लिया समझ में कुछ नहीं आयेगा क्योंकि हम सब बीमार हैं ! करोड़ो लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं उनके पास अब कोई राजनेता नहीं जा रहा उड़नखटोले अब उड़ान नहीं भर रहे क्योंकि घोटाले अब होंगे जो प्रभावित है उन्हें कुछ नहीं मिलेगा और कई फॉर्महाउस ,कई शॉपिंग माल कई स्विस बैंको में खाते खुलेंगे, ऐसी आशंका है, मै आरोप नहीं लगा रहा ,मै तो यूंही कल्पना कर रहा हूं कि सैकड़ो करोड़ के राहत पैकेज का क्या होगा ।यह कल्पना मै इस लिये कर पा रहा हूं क्योंकि मुझे कोसी का श्राप भी याद है ,आपको शायद याद हो जब बिहार में कोसी ने अपनी धारा बदली थी लाखों -लाख लोग तबाह हुए थे उनमें से जाने कितनों का अब तक कोई पता नहीं है कि वह ज़िंदा है या मर गये ,उस वक़्त भी एक घटना हुई थी तब वह दिल्ली में हुई थी हरियाणा में नहीं ,जिस समय पूरे देश में हाहाकार मचा था लोग कोसी के श्राप के बारे में जानना चाहते थे तभी दिल्ली में सिलसिलेवार धमाके हुए थे और कोसी विलुप्त हो गई हमे आजतक नहीं पता उनके विस्थापितों का क्या हुआ ?
मै कोई आरोप नहीं लगा रहा सिर्फ आपको याद दिला रहा हूं कि हम सब बीमार है ।हम सब विचारशून्यता की ओर बढ़ चले है अगर नहीं तो बाबा की लीला से बाहर आइए पूछिए ,देखिए, जानने का प्रयास कीजिये आखिर बाढ़ पीड़ितों का क्या हाल है? उन तक सरकार क्या मदद पहुंचा रही है ,ज़रा जानिए तो सही रेल हादसों का सच ज़रा पूछिए तो सही अगस्त कब ख़तम होगा? कब बच्चे गोरखपुर में नहीं मरेंगे? आखिर जो ट्रेन ड्राइवर के होने पर पटरी पर नहीं चल पा रही भला लखनऊ में बिना ड्राइवर के कैसे चल पायेगी? क्या इस जोख़िम की ज़िम्मेदारी सरकार लेगी लुहार और गैंगमैन के निलंबन से काम चल जाएगा? स्टेशन बेचने से सरकार को कितना फायदा हुआ और रेल कब बेच रहे हैं ?
मगर आप नहीं पूछ सकते क्योंकि हम सब बीमार है हमे टीवी हो गया है हद तो यह है जब हम बाबा से बेचैन होने लगे मुंबई में डूब गये ईश्वर का धन्यवाद उसने जल्दी थाम दिया बारिश का सिलसिला हम वापस बाबा पर देखिए बाबा की गुफा का सच ,कैसे आलीशान बेडरूम में रास रचाता था बाबा ,आपके होश उड़ देगी बाबा की प्रेमगाथा , देखा तो होगा ही आपने उसके बाद खाने की मेज़ से लेकर शयनकक्ष तक यह चर्चा रही होगी लेकिन कैमरे गोरखपुर नहीं पहुंचे जहां 48घंटो में लगभग 41 बच्चे काल के मुंह का निवाला बन गये ।दरअसल गुफा इतनी बड़ी और गहरी थी कि हम निकल नहीं पाये जो यह भी दिखाते ।
खैर बच्चे मरे तो सरकार क्या करे अभी अगस्त चल रहा है ,बिहार में बाढ़ है तो सरकार क्या करे अभी अगस्त चल रहा है ! खट्टर इस्तीफा क्यों दें अभी अगस्त चल रहा है ! ट्रेन हादसों में सरकार क्या करे कोई सरकार ट्रेन नहीं चला रही अभी अगस्त चल रहा है ! लेकिन बाबा के रहस्य से पर्दा उठ गया बाबा धीरज रखो अभी अगस्त चल रहा है !