लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि राज्य के हर नागरिक को सुरक्षा प्रदान करना प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है। वर्तमान राज्य सरकार इसे पूरी तत्परता से निभाने के लिए कटिबद्ध है। प्रदेश सरकार द्वारा इस दिशा में उठाए गए कड़े कदम एवं निवेश फ्रेण्डली नीतियों के परिणाम अब दिखायी पड़ने लगे हैं। प्रदेश सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप राज्य में निवेश का रूझान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास को बढ़ावा देकर आगामी पांच वर्षों में करीब 70 लाख नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। श्रम कानूनों का सरलीकरण एवं निवेशकों की सुरक्षा की गारण्टी देकर निवेश का वातावरण सृजित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री आज यहां साइंटिफिक कन्वेंशन सेण्टर में श्रम एवं सेवायोजन विभाग द्वारा आयोजित प्रथम रोजगार समिट को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने 10 नौजवानों को सेवायोजन का प्रमाण-पत्र वितरित करने के साथ ही, ‘कैरियर पथ प्रदर्शक’ पत्रिका, सेवायोजन विभाग की मार्गदर्शिका का विमोचन तथा सेवायोजन मोबाइल एप का लोकार्पण भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने नेशनल ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेन्ट नेटवर्क (एन0एच0आर0डी0एन0) के साथ एम0ओ0यू0 पर हस्ताक्षर कर राज्य के नौजवानों की देश के प्रतिष्ठित उद्यमियों तक पहुंच बनाने के लिए अवसर उपलब्ध कराने का काम किया है। एन0एच0आर0डी0एन0 के साथ लगभग 12 हजार 500 से अधिक सदस्य जुड़े हुए हैं, जिसका फायदा प्रदेश के नौजवानों को निश्चित रूप से मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल पर अब तक प्रदेश के 06 लाख नौजवानों ने अपना पंजीयन कराया है। रोजगार मेलों के माध्यम से नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराने की बात को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में लखनऊ में तीन दिवसीय वृहद रोजगार मेले का आयोजन किया गया, जिसमें 36 कम्पनियों द्वारा करीब 1800 से अधिक अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। किसी भी समाज के लिए अपने नौजवानों को स्वावलम्बी बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए, जिससे यह नौजवान अपने परिवार की देखभाल स्वतः कर सकें। प्रदेश सरकार इसी दिशा में काम कर रही है।

इससे पूर्व, उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि देश की राजनीति की दिशा एवं दशा तय करने में उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रदेश के चतुर्दिक विकास के लिए वर्तमान राज्य सरकार काम कर रही है। बेरोजगारों को रोजगार, भ्रष्टाचार की समाप्ति एवं विकास योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाकर प्रत्येक नागरिक को अच्छी सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना एवं प्रत्येक विश्वविद्यालय में कैम्पस प्लेसमेण्ट सेल की स्थापना का काम आगे बढ़ाया गया है।

इस अवसर पर श्रम एवं सेवायोजन राज्य मंत्री मनोहर लाल (मन्नू कोरी), अपर मुख्य सचिव श्रम एवं सेवायोजन राजेन्द्र कुमार तिवारी, एन0एच0आर0डी0एन0 के महानिदेशक धनंजय सिंह, पद्म श्री डाॅ0 प्रीतम सिंह, मारुति सुजुकी के चीफ मेण्टर एस0वाई0 सिद्दीकी एवं निदेशक सेवायोजन राजेन्द्र प्रसाद ने भी अपने विचार व्यक्त किए।