सिडनी टेस्ट: भारतीय गेंदबाजों की धुनाई
वार्नर का शतक, रोजर्स चुके, ऑस्ट्रेलिया ने का स्कोर 348/2
सिडनी : ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन आज यहां दो विकेट पर 348 रन बनाए। शेन वाटसन और स्टीवन स्मिथ दिन का खेल खत्म होने पर क्रमश: 61 और 82 रन बनाकर खेल रहे थे।
डेविड वार्नर के शानदार शतक और शीर्ष क्रम के अन्य बल्लेबाजों के जोरदार प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन दो विकेट पर 348 रन बनाकर अपना पलड़ा भारी रखा। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी उतने ऑस्ट्रेलिया ने वार्नर (101) और क्रिस रोजर्स (95) के बीच पहले विकेट की 200 रन की साझेदारी की बदौलत एक बार फिर प्रभावहीन भारतीय गेंदबाजी की धज्जियां उड़ाई। वार्नर का यह सीरीज का तीसरा शतक है जबकि रोजर्स ने लगातार पांचवां अर्धशतक बनाया।
दोनों सलामी बल्लेबाजों के लगातार ओवरों में पवेलियन लौटने के बाद कप्तान स्टीवन स्मिथ (नाबाद 82) और शेन वाटसन (नाबाद 61) ने जिम्मेदारी से बल्लेबाजी करते हुए तीसरे विकेट के लिए 144 रन की अटूट साझेदारी की। छह हफ्ते पहले टीम के साथी फिलिप ह्यूज की मौत के बाद सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर पहला मैच खेल रही आस्ट्रेलिया ने इस दिवंगत बल्लेबाज को ढेरों रन जुटाकर श्रद्धांजलि दी। रोजर्स को हालांकि शुरुआत में ही जीवनदान मिला जब लोकेश राहुल ने 19 रन के निजी स्कोर पर मोहम्मद शमी (58 रन पर एक विकेट) की गेंद पर उनका कैच छोड़ दिया।
इसी मैदान पर 25 नवंबर को ह्यूज को गेंद लगने के दौरान मौजूद रहे वार्नर शुरूआत से ही नियंत्रण में दिखे और उन्होंने अपना 12वां शतक पूरा किया। रोजर्स शतक से चूक गए लेकिन उन्होंने भी वार्नर का अच्छा साथ निभाते हुए लगातार पांचवां अर्धशतक जमाया। ये दोनों हालांकि लगातार ओवरों में पवेलियन लौटे जिसके बाद स्मिथ और वाटसन ने पारी को संभाला। स्मिथ ने टेस्ट क्रिकेट में 10वां जबकि वाटसन ने 24वां अर्धशतक पूरा किया।
भारत को पारी के अंतिम ओवर में वाटसन को पवेलियन भेजने का मौका मिला लेकिन अश्विन पहली स्लिप में कैच थामने में नाकाम रहे और गेंद चार रन के लिए चली गई। इस मौके पर दुर्भाग्यशाली गेंदबाज उमेश यादव (बिना विकेट के 97 रन) थे। ऑस्ट्रेलिया ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और उसे वार्नर और रोजर्स की सलामी जोड़ी ने शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने लंच तक टीम का स्कोर बिना विकेट खोए 123 रन तक पहुंचाया।
दूसरे सत्र में हालांकि भारतीय टीम ने बेहतर गेंदबाजी की लेकिन इसके बावजूद आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को रन बनाने में अधिक परेशानी नहीं हुई। ऑस्ट्रेलिया ने पारी के 34वें ओवर में 150 रन पूरे किए। वार्नर ने इसके बाद पारी के 42वें ओवर में 108 गेंद में सीरीज का अपना तीसरा शतक पूरा किया। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने शतक पूरा करने के बाद आसमान की ओर देखकर ह्यूज को श्रृद्धांजलि दी। तीन ओवर बाद ऑस्ट्रेलिया ने खेल के तीन घंटे के भीतर 200 रन का आंकड़ा छू लिया।
ऐसा लग रहा था कि मैच भारत की पकड़ से दूर जा रहा है लेकिन आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (88 रन पर एक विकेट) ने वार्नर को गली में मुरली विजय के हाथों कैच कराके टीम को पहली सफलता दिला दी। उन्होंने 114 गेंद की अपनी पारी में 16 चौके मारे। शमी ने अगले ओवर में भारत को एक और सफलता दिलाई जब रोजर्स उनकी गेंद को विकेटों पर खेल गए। रोजर्स की 160 गेंद की पारी में 13 चौके शामिल रहे। दोनों सलामी बल्लेबाजों के पवेलियन लौटने के बाद स्मिथ और वाटसन ने दिन के बाकी 44 ओवर में भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। भारत ने कामचलाउ ऑफ स्पिनर सुरेश रैना से भी गेंदबाजी कराई लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने अपनी अंतिम एकादश में एकमात्र बदलाव करते हुए चोटिल मिशेल जानसन की जगह तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क को टीम में शामिल किया।
दूसरी तरफ भारतीय टीम में काफी बदलाव हुए। कोहली ने शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, इशांत शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी की जगह इस मैच में सुरेश रैना, रोहित शर्मा, भुवनेश्वर कुमार और रिद्धिमान साहा को मौका दिया। भुवनेश्वर को टीम में शामिल करने के बावजूद भारत की गेंदबाजी की परेशानी का कोई हल नहीं निकला और आस्ट्रेलिया की सलामी जोड़ी ने पांच ओवर में ही 39 रन जोड़ लिए थे। शमी ने रन गति पर थोड़ा अंकुश लगाया। उनकी गेंद ने रोजर्स के बल्ले का किनारा भी लिया लेकिन राहुल ने कैच टपका दिया जिसके बाद दोनों सलामी बल्लेबाजों ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।