लश्कर का संदिग्ध आतंकी सलीम खान मुंबई हवाईअड्डे से गिरफ्तार
लखनऊ: लश्कर-ए-तैयबा के एक संदिग्ध, सलीम मुकीम खान को मुंबई हवाईअड्डे से गिरफ्तार कर लिया गया। वह पिछले नौ वर्षो से फरार था। आईजी यूपी ATS असीम अरुण ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश एटीएस और महाराष्ट्र एटीएस द्वारा एक संयुक्त अभियान चलाया गया। खान से यहां पूछताछ की जा रही है। खान 2008 से ही वांछित था और उसके खिलाफ एक लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। खान को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह किसी अज्ञात स्थान से मुंबई पहुंचा। वह उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में बांदीपुर पुलिस थानांतर्गत आने वाले गांव, हथगांव का निवासी है। जांचकर्ताओं ने कहा कि लुकआउट नोटिस के आधार पर खान को मुंबई हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया गया। उत्तर प्रदेश एटीएस को सूचित किया गया, जिसने आगे की जांच के लिए एक टीम को मुंबई भेजा। रामपुर में सीआरपीएफ शिविर पर 2008 में किए गए हमले के लिए गिरफ्तार किए गए दो आतंकियों ने पुलिस से कहा कि खान ने पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद में स्थित एक आतंकी शिविर में प्रशिक्षण ले रखा था। जांचकर्ताओं के अनुसार, वह पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट आफताब का आका भी था, जिसे फैजाबाद में गिरफ्तार किया गया। खान आफताब को धन भेजता था। यूपी के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आनंद कुमार ने कहा कि सलीम लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य है। इस संबंध में लुकआउट नोटिस जारी किया था। कुमार के अनुसार, वीजा अवधि खत्म होने के बाद सलीम को संयुक्त अरब अमीरात से निर्वासित कर दिया गया था।
देशभर में आतंकियों का नेटवर्क तोड़ने के लिए राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर सुरक्षा एजेंसियां अभियान चला रही हैं। रविवार (16 जुलाई) को कश्मीर पुलिस ने हिजबुल मुजाहिदीन के एक मॉड्यूल का भंड़ाफोड़ करने का दावा किया था। बारामूला के एसएसपी इम्तियाज हुसैन मीर ने बताया कि बारामूला पुलिस ने अन्य सुरक्षा बलों के साथ मिल कर एक मॉड्यूल का भंड़ाफोड़ किया जो कि क्षेत्र के युवाओं को आंतकवादी बनने के लिए बहलाने फुसलने के काम में सक्रिय था। मीर ने बताया कि माड्यूल का नेतृत्व हिजबुल कमांडर परवेज वानी उर्फ मुबाशिर करता था जो कि कुपवाड़ा जिले के गगलूरा हंदवारा का निवासी है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अंसारुल्ला तंतारे, अब्दुल रशीद भट्ट और मेहराजुद्दीन काक को गिरफ्तार किया गया है जो कि बारामूला जिले के अंदरगामी क्षेत्र के निवासी हैं।
मीर ने बताया था कि मॉड्यूल की योजना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में युवाओं को भेज कर हथियार चलाने का प्रशिक्षण देने की थी। इनमें से एक आरोपी अब्दुल रशीद भट्ट मई में पाकिस्तान गया था और उसने हिजबुल के खालिद बिन वलीद कैंप में प्रशिक्षण भी लिया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अलगाववादी संगठन की सिफारिश पर भट्ट को दिल्ली में पाक उच्चायोग ने वीजा दिया था। आरोपियों के पास से हथियार, गोलाबारूद और एक लाख रुपए के भारतीय नोट बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मॉड्यूल युवकों को सिर्फ बहलाता फुसलाता ही नहीं था बल्कि उन्हें साजोसामान भी मुहैया कराता था।