KGMU में आग: मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान
लखनऊ: केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में लगी आग को लेकर एक तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने इस दुःखद घटना के दौरान शिफ्टिंग या उसके बाद सदमे से जान गंवाने वाले मरीजों के सम्बन्ध में आख्या मांग ली है.
वहीं दूसरी तरफ केजीएमयू वीसी डॉ एमएलबी भट्ट का दावा है कि आग से कोई मौत हुई ही नहीं. ऐसी स्थिति में राज्य सरकार का मुआवजा किसे मिलेगा ये समझ से परे हैं.
वीसी ने बताया कि 15 जुलाई को शाम 7 बजे केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर-1 के दूसरे फ्लोर पर अचानक आग लगने की वजह से अफरा तफरी मच गई. सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम होने के कारण सभी फ्लोर पर धुंआ फैल गया.
इस दौरान सभी मरीजों को शताब्दी फेज 1 और फेज 2 अस्पताल, गांधी वार्ड, कार्डियोलॉजी विभाग आदि स्थानों पर सुरक्षित ट्रांसफर कर दिया गया. जहां उनका उपचार कराया जा रहा है. इसके बाद आग पर जल्द ही काबू पा लिया गया, जिसके बाद रात 11 बजे ट्रॉमा सेंटर की इमरजेंसी सेवाओं को चालू कर दिया गया .
वीसी ने कहा कि आग के कारण किसी की मौत नहीं हुई है. जो 5 से 6 लोगों के मरने की खबरें आ रही हैं, वे भ्रामक हैं. उन्होंने सफाई दी कि बाल विभाग में जिन दो बच्चों की मृत्यु हुई, वह आग लगने से पहले की घटना है. आग लगने के कारण उनका मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बन सका था. आग पर काबू पाने के बाद उनका मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया है.
वहीं गांधी वार्ड में तीन मौतों का जिक्र किया जा रहा है, वे मरीज भी गंभीर बीमार थे, जिनका चिकित्सकों द्वारा काफी प्रयास के बाद भी बचाया नहीं जा सका.
उन्होंने कहा कि आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सकता है. अग्निशमन विभाग इस मामले की जांच कर रहा है. रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
उन्होंने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को ट्रॉमा सेंटर के साथ ही सभी जगहों का दौरा किया और करीब 50 से ज्यादा मरीजों का हालचाल लिया. उनकी तरफ से हर मदद का आश्वासन दिया गया है.
उन्होंने बताया कि लखनऊ सीएमओ ने 12 एम्बुलेंस हास्पिटल में भेजे. सीएमओ की एम्बुलेंस से मरीज लोहिया, सिविल, बलरामपुर हास्पिटल भेजा गया.
उन्होंने बताया कि आग के चलते कई एसी के सिलेंडर फट गए. जिससे ट्रामा को काफी नुकसान हुआ है.
उन्होंने बताया कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी हालात का जायजा लिया. उन्होंने एनडीआरएफ की टीम भेजने का हुक्म दिया लेकिन तब तक आग पर काबू पा लिया गया.