सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के किसी भी दौरे से पहले एयरकंडीशनरों, भगवा रंग के गमछों और सोफे की व्यवस्था की जाती रही है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. मुख्यमंत्री ने अपने अधिकारियों को 'दिखावे' पर पूरी तरह रोक लगाने का आदेश दिया है, और आदेश का पालन नहीं होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी जारी की है.

पिछले माह योगी आदित्यनाथ ने कहा था, "हमें ज़मीन पर बैठने की आदत है, मुख्यमंत्री उसी समय सम्मान का अधिकारी होता है, जब राज्य की जनता सम्मानित महसूस करे." लेकिन संभवत उनका यह निर्देश प्रशासन को उस समय याद नहीं रहा, जब हाल ही में वह देवरिया और गोरखपुर में सैनिकों के परिवारों से मिलने गए.

एक नए आदेश में योगी आदित्यनाथ के कार्यालय से कहा गया है कि वह रेड कारपेट, 'खास रंग के गमछों' तथा विशेष सोफा का इंतज़ाम करने में होने वाली फिज़ूलखर्ची से "बेहद नाराज़" हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय ने प्रशासनिक व पुलिस शीर्षाधिकारियों तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भेजे गए आदेश में गुरुवार को कहा, "यह भविष्य में फिर नहीं होना चाहिए… किसी तरह का दिखावा या लोगों को असुविधा नहीं होनी चाहिए."

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब पिछले सप्ताह कश्मीर में मारे गए एक पुलिसकर्मी के परिवार से मिलने गए थे, तो पुलिसकर्मी के घर तक रेड कारपेट बिछाया गया था, और पड़ोस के लोगों की नज़रों से बचाने के लिए पर्दे भी डाले गए थे. भगवा रंग के पर्दे, कूलर, एक्ज़ॉस्ट फैन और सोफा भी वहां लगाए गए थे.

बताया जाता है कि सैनिक के परिवार को छह लाख रुपये का चेक देने के लिए वहां पहुंचने पर योगी आदित्यनाथ इस सबसे काफी नाराज़ हुए थे.

इससे पहले मई महीने में भी मुख्यमंत्री को आलोचना का सामना करना पड़ा था, जब एक अन्य सैनिक के घर जाने पर इसी तरह के वीआईपी इंतज़ाम किए गए थे. सैनिक के परिवार का कहना था कि उन्हें मुख्यमंत्री के दौरे से शर्मिन्दगी महसूस हुई.

इस मामले में विपक्षी दलों द्वारा हमला किए जाने पर योगी आदित्यनाथ के सहयोगियों ने दावा किया था कि योगी से राजनेता बने सीएम पूरी तरह सादगी में यकीन रखते हैं, और उन्होंने नई एसयूवी खरीदे जाने से इंकार कर उन्हीं कारों को इस्तेमाल किया है, जिन्हें पिछले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस्तेमाल करते रहे थे.