नई दिल्‍ली: जम्‍मू कश्‍मीर के अनंतनाग जिले में अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमला हुआ है. इस हमले में सात तीर्थयात्री मारे गए हैं जबकि 12 अन्‍य घायल हैं. आतंकियों ने पुलिस पार्टी को भी निशाना बनया. शुरुआती जानकारी के अनुसार तीन अलग-अलग जगहों पर आतंकियों ने अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनया है.

यह हमला अनंतनाग के पास बटेंगू में हुआ जहां यात्रियों से भरी बस पर अतंकियों ने फायरिंग कर दी. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार बालटाल से लौट रही बस पर रात करीब 8:20 बजे यह हमला हुआ. आतंकी हमला करने के बाद फरार हो गए और सुरक्षाबलों ने उनकी तलाश के लिए अभियान शुरू कर दिया है.

जम्‍मू कश्‍मीर के पूर्व मुख्‍यमंत्री उमर अब्‍दुल्‍ला ने ट्वीट कर इस हमले की निंदा की. उन्‍होंने इसे बेहद दुखदाई समाचार बताते हुए कहा कि 'इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है, पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी सहानुभूति है और घायलों के लिए मैं दुआ करता हूं.'

जम्‍मू-कश्‍मीर के मंत्री नईम अख्‍तर ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा, यह कश्‍मीर के इतिहास पर लगा काला धब्‍बा है. ऐसा पहली बार हुआ है जब यात्रियों को निशाना बनाया गया है. आतंक के खिलाफ अभियान जारी रहेगा.'

पवित्र अमरनाथ यात्रा की शुरुआत कड़ी सुरक्षा के बीच 29 जून को पहलगाम और बालटाल दोनों ही रोस्‍तों से हुई थी. उत्तरी कश्‍मीर के बालटाल कैंप के रास्‍ते से अमरनाथ गुफा की ओर जाने के लिए 6000 से ज्‍यादा श्रद्धालुओं को इजाजत दी गई थी जबकि दक्षिण कश्‍मीर के पहलगाम के परंपरागत रास्‍ते से करीब 5000 यात्री गुफा की ओर चले थे.

इस वर्ष करीब 1.2 लाख श्रद्धालुओं ने इस यात्र के लिए पंजीकरण कराया है. 45 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा के लिए सुरक्षा के इंतजाम के तहत सैटेलाइट ट्रैकिंग सिस्‍टम, ड्रोन का इस्‍तेमाल, मोबाइल बंकर वाहन और रोड ओपनिंग पार्टी की जम्‍मू से पहलगाम और बालटाल जाने वाले पूरे रास्‍ते के लिए व्‍यवस्‍था है.

केंद्र सरकार ने इस यात्रा की सुरक्षा के लिए राज्‍य सरकार को अर्द्धसैनिक बलों के 40 हजार अतिरिक्‍त जवान उपलब्‍ध कराए हैं.