प्राथमिक शिक्षा प्रत्येक बच्चे का अधिकार: मुख्यमंत्री
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा प्रत्येक बच्चे का अधिकार है। बच्चे का जीवन सुन्दर और स्वस्थ बनाने के लिए उसका शिक्षित होना जरूरी है। स्कूल संस्कारों की दीक्षा भूमि है, इसे सुसज्जित और आकर्षक बनाये रखना हमारा दायित्व है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें, बैग, यूनीफाॅर्म, जूते-मोजे तथा पौष्टिक मध्यान्ह् भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है। निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों और यूनीफाॅर्म का शत-प्रतिशत वितरण 31 जुलाई तक सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि स्कूल चलो अभियान के तहत बच्चे खूब पढ़े और आगे बढ़े।
मुख्यमंत्री आज गोरखपुर में प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर कनईल में ’स्कूल चलो अभियान’ के तहत निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें, बैग, यूनीफाॅर्म एवं जूता-मोजा वितरण अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर कुल 728 बच्चों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें, बैग, यूनीफाॅर्म वितरित किया गया। मुख्यमंत्री जी ने स्वयं 20 बच्चों को पाठ्य पुस्तकें, बैग, यूनीफाॅर्म अपने हाथों से वितरित किए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि प्रदेश में कुल एक करोड़ 52 लाख बच्चों को यूनीफाॅर्म का वितरण जुलाई माह के अन्दर होगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में एक लाख 62 हजार विद्यालय हैं, जहां 6 लाख शिक्षक तैनात हंै। यदि पूरे मनोयोग और निष्ठा के साथ शिक्षक अध्यापन कार्य करें, तो निश्चित रूप से प्रदेश में शिक्षा का स्तर बेहतर होगा। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वे अपने बच्चों को स्कूल जरूर भेजें और खेल-कूद, पढ़ाई एंव देश सेवा का भाव उनके अन्दर जागृत करें।
योगी जी ने कहा कि प्रदेश में पिछले लगभग 12-15 वर्षों से जो कार्य संस्कृति नष्ट हुई है और जनता के हितों के साथ खिलवाड़ किया गया है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान उसमें सुधार के लिए पूरे प्रयास किये गये है। शिक्षा में सुधार सरकार की प्राथमिकता है। इन सुधारों से बच्चे प्राईवेट स्कूलों की ओर नहीं भागेंगे और सरकारी विद्यालयों में पढ़ने के लिए अग्रसर होंगे। प्रदेश सरकार उच्च एवं गुणवत्तायुक्त शिक्षा तथा गांव के समग्र विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में विरासत में मिली एक लाख 21 हजार किलोमीटर गड्ढायुक्त सड़कों के सापेक्ष 85 हजार कि0मी0 सड़कों को गड्ढामुक्त कराया गया है। शेष बची सड़कों को बरसात के बाद गड्ढामुक्त करा दिया जाएगा।