सम्मान से अन्य लोगों को प्रेरणा मिलती है: राज्यपाल
पद्म सम्मान से अलंकृत विभूतियों का राजभवन में सत्कार, मुख्यमंत्री ने भी की शिरकत
लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज राजभवन के गांधी सभागार में आयोजित एक समारोह में पद्म सम्मान 2017 से अलंकृत प्रदेश के पांच महानुभावों को सम्मानित किया। सम्मान समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा, राज्यमंत्री श्री मोहसिन रज़ा, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण सहित अन्य विशिष्टजन उपस्थित थे। राज्यपाल ने सांसद श्री मुरली मनोहर जोशी, प्रो0 (डाॅ0) देवी प्रसाद द्विवेदी, श्री कृष्ण राम चैधरी, श्री हरिहर कृपालु त्रिपाठी एवं डाॅ0 मदन माधव गोडबोले का अंग वस्त्र एवं पुस्तक ‘ट्रीज आॅफ इण्डिया’ देकर सत्कार किया।
उल्लेखनीय है कि पद्म सम्मान 2017 से सम्मानित होने वाले प्रदेश के पांच महानुभाव में सांसद मुरली मनोहर जोशी को समाज सेवा के क्षेत्र में पद्म विभूषण तथा प्रो0 (डाॅ0) देवी प्रसाद द्विवेदी को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से अलंकृत किया गया है। इसके साथ ही श्री कृष्ण राम चौधरी को संगीत कला, श्री हरिहर कृपालु त्रिपाठी को साहित्य एवं शिक्षा तथा डाॅ0 मदन माधव गोडबोले को चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में पद्मश्री सम्मान से अलंकृत किया गया है। राज्यपाल श्री राम नाईक ने राजभवन में नई परम्परा की शुरूआत करते हुये गत वर्ष भी प्रदेश के पद्म पुरस्कार से अलंकृत 12 महानुभावों को 19 जुलाई, 2016 को राजभवन में सम्मानित किया था।
राज्यपाल ने देश के सर्वोच्च सम्मान से अलंकृत सत्कारमूर्तियों को शुभकामनायें देते हुये कहा कि पद्म अपने आप में सम्मान है जिन्होंने समाज को बहुत कुछ दिया है उनके सम्मान से अन्य लोगों को प्रेरणा मिलती है। पद्म पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों जैसे चिकित्सा, शिक्षा, कला, गीत, संगीत के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। ऐसे महानुभावों के बारे में देखने और सुनने से दूसरे लोगों में भी कुछ अच्छा करने की प्रेरणा उत्पन्न होती है। उत्तर प्रदेश का नाम बढ़ाने के लिए ऐसे महानुभावों ने जो प्रयास किया है यह संदेश आगे तक जायेगा। उत्तर प्रदेश का नाम ऊंचा होगा तो सबका मान-सम्मान बढे़गा तथा नयी पीढ़ी को नयी दृष्टि प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम इसी दृष्टि से आयोजित किया गया है।
श्री नाईक ने कहा कि श्री मुरली मनोहर जोशी के साथ उन्होंने राजनीति और सरकार दोनों में काम किया है। सरकार में रहते हुये उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने का बड़ा काम किया है। उम्र में मुझसे थोड़े बडे़ होने के साथ-साथ हर जगह मेरे अग्रज रहे हैं। राज्यपाल ने प्रो0 (डाॅ0) देवी प्रसाद द्विवेदी, श्री कृष्ण राम चैधरी, श्री हरिहर कृपालु त्रिपाठी एवं डाॅ0 मदन माधव गोडबोले की विशेषताओं पर अपने विचार रखे तथा उनके कार्यों की सराहना की। इस वर्ष सम्मान पाने वालों में से 4 लोगों का संबंध वाराणसी से है। उन्होंने कहा कि वाराणसी से देश को बहुत कुछ मिला है और आगे भी मिलता रहेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्वारा सम्मान प्राप्त होने के बाद अपने प्रदेश में सम्मान मिलना प्रदेश के सम्मान को बढ़ाने जैसा है। राज्यपाल की सराहना करते हुये उन्होंने कहा कि राज्यपाल नयी परम्परा शुरू करने के लिये जाने जाते हैं। अभिनव प्रयोग हेतु राज्यपाल अभिनंदन के योग्य हैं। श्री नाईक की प्रेरणा से 24 जनवरी को प्रदेश में भव्य रूप से ‘उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस’ मनाया जायेगा। प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर सम्मान समारोह व अन्य कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे जिससे उत्तर प्रदेश को नई पहचान देने का प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि सम्मान प्राप्त होने वालों को मंच मिलता है तो वर्तमान के साथ-साथ आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा प्राप्त होती है तथा ऊर्जा का संचार होता है।
सांसद मुरली मनोहर जोशी ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि उन्हें विश्वास है कि उत्तर प्रदेश से पद्म सम्मान प्राप्त करने वालों की संख्या बढ़ती रहेगी। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में पद्म सम्मान की संख्या बढ़ी थी। नई प्रतिभाओं को खोजना अच्छी बात है। देश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। उन्होंने सम्मान के लिये अपनी ओर से धन्यवाद करते हुये कहा कि अपने देश में सम्मान मिलता है तो मानसिक संतोष होता है।