चिकित्सालयों में तीमारदार के रहने एवं खाने की उचित व्यवस्था होनी चाहिये: राज्यपाल
लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज माधव सेवा आश्रम में नवीनीकृत ध्वनिरोधी सभागार का लोकार्पण किया तथा पद्मश्री प्रो0 मदन माधव गोडबोले का स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र देकर अभिनंदन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एम0एल0बी0 भट्ट ने की तथा लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एस0पी0 सिंह, निदेशक संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान प्रो0 राकेश कपूर, पूर्व कुलपति श्री डी0पी0 सिंह, प्रो0 सूर्यकांत, श्री रामविलास जैन सहित न्यास के अन्य पदाधिकारीगण भी उपस्थित थे। माधव सेवा आश्रम में सभागार के नवीनीकरण में ओ0एन0जी0सी0 द्वारा सहयोग किया गया है।
राज्यपाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि 1 जुलाई का दिन अपने आप में कई दृष्टि से महत्वपूर्ण है। 1 जुलाई को चिकित्सक दिवस, चार्टर्ड अकाउंटेंट दिवस, आर्थिक स्वतंत्रता के महत्वपूर्ण पड़ाव जी0एस0टी0 दिवस तथा वन महोत्सव सप्ताह के शुभारम्भ का दिन है। पर्यावरण की दृष्टि से वन महोत्सव महत्व का दिन है। पर्यावरण की समस्या केवल भारत की नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिये एक विचारणीय बिन्दु है। नियमतः भूभाग के एक तिहाई हिस्से का वनीकरण होना चाहिये। राज्य सरकार ने इस वर्ष 6.54 करोड़ पौधे लगाने की योजना प्रारम्भ की है। पिछले वर्ष पूर्व सरकार ने 5 करोड़ पौधे लगाने का संकल्प लिया था। पर्यावरण समस्या की समाप्ति के लिये पर्यावरण पर गंभीरता से विचार करें। पौधे लगाने के साथ-साथ उनके संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की दृष्टि से हम कहाँ खड़े हैं, सोचने की आवश्यकता है।
श्री नाईक ने प्रो0 मदन माधव गोडबोले को अपनी शुभकामनायें देते हुये कहा कि यह सुखद संयोग ही है कि चिकित्सक दिवस के अवसर पर ऐसा कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसमें चिकित्सक का सम्मान, चिकित्सक की अध्यक्षता में हो रहा है और कार्यक्रम का संचालन भी चिकित्सक द्वारा किया जा रहा है। अवकाश प्राप्त प्रो0 गोडबोले स्वयं एक चिकित्सक हैं, वे चिकित्सालय एवं रोगी के बीच सेतु की महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में ऐसे शोध की आवश्यकता है जो लोगों के लिये उपयोगी हो। चिकित्सालयों में रोगी के तीमारदार की भी रहने एवं खाने की उचित व्यवस्था होनी चाहिये। उचित व्यवस्था न होने के कारण तीमारदार को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। उन्होंने आश्वस्त किया कि यह एक नीतिगत मामला है, इस संबंध में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे।
कुलपति प्रो0 एम0एल0बी0 भट्ट ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये कहा कि देश में एकीकृत चिकित्सा सेवा की जरूरत है। अंत्योदय के क्रम में चिकित्सा सेवा आम आदमी तक पहुंचाने की जरूरत है। हमारे देश में लगभग 16 प्रतिशत गरीबी का कारण चिकित्सकीय व्यय है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद की परम्परा को युगानुकूल एवं देशानुकूल बनाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर प्रो0 गोडबोले सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे। श्री रामविलास जैन ने प्रो0 गोडबोले के व्यक्तित्व एवं कृतित्व का संक्षिप्त परिचय भी दिया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 सूर्यकांत ने किया।