लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने रविवार (7 मई) को यहां कहा कि ‘गोरक्षा’ के नाम पर अब भगवा ब्रिगेड के अराजक व आपराधिक तत्व गरीब हिन्दुओं को भी अपने हिंसक तांडव का शिकार बना रहे हैं और भाजपा सरकार की शासन-व्यवस्था उनके प्रति नरम रवैया अपनाकर उन तत्वों को बचाने का काम करती हुई नजर आ रही है। मायावती ने कहा, ‘‘हिन्दु युवा वाहिनी के नाम पर भी प्रदेश में काफी अराजकता फैलाई जा रही है तथा भाजपा सरकार यह सब कुछ स्वीकार करते हुये भी उन तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई नहीं कर पा रही है, यह गंभीर चिन्ता की बात है।’’

बहुजन समाज पार्टी के उत्तराखण्ड प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ आज यहां पार्टी की समीक्षा बैठक के बाद जारी बयान में उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड एक पड़ोसी राज्य है वहां के भी राजनीतिक व सामाजिक हालात काफी कुछ एक जैसे ही हैं। उत्तर प्रदेश की तरह ही उत्तराखण्ड में भी खासकर गरीबों, दलितों, पिछड़ों व ब्राह्मण समाज जातिवादी भेदभाव, राजनीतिक द्वेष व जुल्म-ज्यादती के शिकार बनाये जा रहे हैं और यह सब खुले तौर पर सरकारी संरक्षण में हो रहा है।

इस क्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के जनपद गोरखपुर में बसपा के विधायक विनय तिवारी के घर पर पुलिस का छापा राजनीतिक द्वेष का ताजा प्रमाण है। इसके अलावा दलित व पिछड़े वर्ग के लोगों को भी हर स्तर पर जातिवादी भेदभाव व ज्यादती का शिकार बनाया जा रहा है, जिसकी बसपा तीव्र निन्दा करती है।

उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं बल्कि ‘गोरक्षा’ के नाम पर अब भगवा ब्रिगेड के अराजक व आपराधिक तत्व गरीब हिन्दुओं को भी अपनी हिंसक तांडव का शिकार बना रहे हैं और भाजपा सरकार की शासन-व्यवस्था उनके प्रति नरम रवैया अपनाकर उन तत्वों को बचाने का काम करती हुई नजर आती है। सहारनपुर जिले की जातिवादी दलित उत्पीड़न की घटनाओं के संबंध में भी प्रदेश की भाजपा सरकार का रवैया भी न्यायपूर्ण नहीं लग रहा है। इन मामलों में भाजपा के नेताओं व इनके मंत्रियों का रवैया भी स्वतंत्र व निष्पक्ष नहीं बल्कि पक्षपातपूर्ण ही महसूस होता है।