दिव्यांग समाज के अभिन्न अंग हैं: राज्यपाल
लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज मुंबई में सी0बी0डी0 फाउंडेशन द्वारा स्वातंन्न्य वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक में दिव्यांग जनों के सहायतार्थ आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् राज्यपाल श्री नाईक ने दिव्यांगजनों से परिचय प्राप्त किया, इनमें मूक बधिर, दृष्टि बाधित तथा शारिरिक रूप से अशक्त लोग थे। इससे पूर्व राज्यपाल का स्वागत तुलसी का पौधा देकर किया गया तथा राज्यपाल ने कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले विशेष लोगों को तुलसी का पौधा देकर सम्मानित भी किया। इस अवसर पर किरीट सोमैय्या सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
सी0बी0डी0 फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में दिव्यांग जनों अर्थात् विशेष लोगों द्वारा मोटर साईकिल चालन, पेंटिंग, गायन, नृत्य सहित अनेक मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गयी। दोनों हाथ से विकलांग नदीम शेख ने पैर से राज्यपाल श्री नाईक का चित्र बनाकर तथा बिना सहयोग के जूते-मोजे पहनकर दिखाये। शारीरिक रूप से अक्षम छोटू कुमार ने नृत्य प्रस्तुत किया। उन्होंने श्यामक डावर से नृत्य का प्रशिक्षण लिया है। दुर्घटना में एक पैर खोने वाले विनोद रावत पर्वतारोही हंै तथा हिमालय पर्वत की चोटियों पर 20,000 फिट तक पर्वतारोहण कर चुकेे हैं एवं बाईकिंग करते हैं। दृष्टिबाधित तरूण ने मालखम्ब द्वारा प्रस्तुति दी। जन्म से विकलांग सुपर्णा जोशी को तैराकी में पदक प्राप्त हुआ है, वे एच0डी0एफ0सी0 लाईफ में कार्यरत हैं।
राज्यपाल ने विशेष लोगों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम की सराहना करते हुये कहा कि हिम्मत बढ़ाने से ऐसे लोग आत्म विश्वास से असंभव को संभवन बना सकते हैं। इनमें जीवन के प्रति विश्वास भरने की आवश्यकता है। दिव्यांग समाज के अभिन्न अंग हैं और समाज को इनकी जरूरत है। राज्यपाल ने मराठी भाषा के विख्यात कवि बाबा बालेकर की कविता की कुछ पंक्ति उद्धृत करके दिव्यांग जनों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की प्रस्तुति से प्रमाणित होता है कि दिव्यांग किसी से कम नहीं हैं तथा इनकी प्रस्तुति देखकर प्रशंसा के लिये शब्द कम पड़ रहे हैं।
श्री नाईक ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार प्रकट करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री ने दिव्यांग शब्द देकर लोगों के मन में दिव्य भाव जगा दिया है। इस शब्द ने दिव्यांगों की दिव्य शक्ति बढ़ाने का काम किया है। प्रधानमंत्री ने दिव्यांगों के लिये अनेक सुविधायें बढ़ायी है। उत्तर प्रदेश में दिव्यांगों के लिये अलग विश्वविद्यालय है जिसके गत दिनों सम्पन्न हुये दीक्षान्त समारोह में केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने दिव्यांगजन के लिये केन्द्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहा है कि कुष्ठ पीड़ितों को भी विकलांगता की श्रेणी में शामिल किया जाये क्योंकि कुष्ठ रोग के कारण शरीर में कमी आती है।
कार्यक्रम में किरीट सोमैय्या सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का आयोजन सारस्वत को-आपरेटिव बैंक, काॅसमाॅस बैंक व लैंड टी फाईनेंसियल सर्विसेज के सहयोग से सी0बी0डी0 फाउंडेशन द्वारा किया गया था। सी0बी0डी0 फाउंडेशन इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविताओं, पुलिस जनों सहित अन्य अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर कार्यक्रम आयोजित कर चुका है। फाउंडेशन द्वारा इस बार आयोजित कार्यक्रम दिव्यांगों को समर्पित था।