लेखा परिसंघ फरवरी में करेगा आन्दोलन
मुख्य सचिव को भेजा 16 सूत्रीय मांग पत्र
लखनऊ, 4 जनवरी। उत्तर प्रदेश लेखा एवं लेखा परीक्षा सेवा परिसंघ ने मुख्य सचिव को 16 सूत्रीय ज्ञापन प्रेषित कर उनके निराकरण की मांग की है। लेखा सेवा परिसंघ ने वेतन विसंगति सहित कई मांगे रखी है। समस्याओं के निराकरण न होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है।यह आन्दोलन फरवरी में आयोजित किया जाएगा। लेखा एवं लेखा परीक्षा सेवा परिसंघ के अध्यक्ष सुशील कुमार बच्चा एवं महामंत्री दिली कुमार सक्सेना ने यह जानकारी दी।
मुख्य सचिव को भेजे ज्ञापन में परिसंघ का कार्यालय, आन्तरिक लेखा परीक्षा निदेशालय मंें आवंटित कराने, सहायक लेखाकार एवं लेखा परीक्षक का वेतनमान रूपये 2800 के स्थान पर 4200रुपये किए जाने तथा लेखाकार एवं वरिष्ठ लेखा परीक्षा का वेतन रुपये 4200 के स्थान पर 4800 रुपये करने की मांग की है। इसके अलावा परिसंघ की अन्य मांगों में लेखाकार एवं वरिष्ठ लेखा परीक्षक को ग्रेड वेतन 4800 पाने वालों को राजपत्रित पद का दर्जा, सिंचाई, पीडब्लूडी, ग्रामीण अभियंत्रण आदि विभागों में खण्डीय लेखाकारों के स्थान पर लेखा संवर्ग गठन,खाली पदों पर तत्काल भर्ती, लेखा एवं आडिट संवर्ग की जेष्ठता सूची जारी कराने, सहायक लेखाधिकारी के पदो पर पदोन्नति पूर्व व्यवस्था के अनुसार लेखा एवं लेखा परीक्षा संवर्ग की संयुक्त ज्येष्ठता सूची के आधार पर कराने, लेखा परीक्षक एवं सहायक लेखाधिकारी की नियमावली जारी कराये जाने जैसी मांग शामिल है। परिसंघ के अध्यक्ष सुशील बच्चा एवं महामंत्री दिलीप सक्सेना ने बताया कि रिजवी समिति की संस्तुति के अनुसार सहायक लेखाकारी के पदों की संख्या लेखाकार एवं वरिष्ठ लेखापरीक्षक की कुल संख्या का 15 प्रतिशत किए जाने की भी मांग की गई है।