नई दिल्ली: बाबरी विध्वंस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने आज अहम फैसला सुनाया. कोर्ट ने कहा है कि आडवाणी, जोशी, उमा भारती समेत 13 पर आपराधिक साजिश का केस चलेगा. इसके बाद उमा भारती ने कहा कि वे अयोध्या जाएंगी. हालांकि शाम को उन्होंने अपना रुख बदल दिया और कहा कि वे फिलहाल अयोध्या नहीं जाएंगी क्योंकि मीडिया की हलचल के कारण यह एक राजनीतिक मुद्दा बन जाएगा और वे ऐसा नहीं चाहतीं.

केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने कहा है कि ''आज मैं श्री रामलला जी एवं हनुमानगढ़ी को मत्था टेकने एवं आभार व्यक्त करने जा रही थी. अयोध्या मेरे लिए राजनीति का नहीं बल्कि आस्था का विषय है. किन्तु मीडिया की हलचल से मुझे लगा कि मेरा अयोध्या जाना व्यक्तिगत न होकर पॉलिटिकल इवेंट हो सकता है. इसलिए मैं कल अयोध्या न जाकर कुछ समय बाद जाऊंगी. चूंकि आज एमसीडी चुनावों में मेरी कई जनसभाएं पूर्व घोषित हैं, उन्हें संबोधित करूंगी.''

बताया जाता है कि आज बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक हुई. प्रधानमंत्री मोदी के घर पर हुई इस बैठक के बाद उमा भारती ने अयोध्या न जाने का फैसला लिया.

बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने रोजाना सुनवाई के आदेश दिए हैं. इस मामले पर पहले उमा भारती ने कहा था कि ''वहां किसी तरह की आपराधिक साजिश नहीं थी, जो था खुल्लम खुल्ला था. अयोध्या, गंगा और तिरंगे पर कोई खेद नहीं है. हां मैं 6 दिसंबर को मौजूद थी, इसमें साजिश की कोई बात नहीं. अयोध्या आंदोलन में मेरी भागीदारी थी, मुझे कोई खेद नहीं.मैं इसके लिए कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं. मुझे इस आंदोलन में भागीदारी का गर्व रहा है.''

कांग्रेस द्वारा इस्तीफा मांगने की बात पर उमा ने कहा था कि ''जो 1984 की सिख विरोधी हिंसा के पीछे थे उन्हें इस्तीफा मांगने का कोई हक नहीं. वैसे, अपराध अभी साबित नहीं हुए, इस्तीफे का सवाल ही नहीं. वकील कोर्ट में अपनी बहस करेंगे. मैं आज रात अयोध्या जा रही हूं. मैं रामलला, हनुमानगढ़ी में आभार जताने जाऊंगी कि मुझे इतना यश और सम्मान दिया. मैं वहां संकल्प करूंगी की राम मंदिर तो बनकर रहेगा. कोर्ट के बाहर हल की स्थिति बनेगी. मेरे जैसा व्यक्ति पद से चिपकने वाला नहीं है. मेरे लिए सम्मान जरूरी है. राममंदिर निर्माण होगा और गंगा साफ करके रहूंगी.''