‘तुम मुझे वोट दो, मैं तुम्हें बीफदूंगा’, भाजपा उम्मीदवार का वोटरों से वादा
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने गौ हत्या और गौमांस तस्करी को रोकने के लिए गुजरात में गौ सरंक्षण अधिनियम में संशोशन किया गया था। नए कानून में गोकशी करने वालों को आजीवन कारावास की सजा तक का प्रावधान किया गया है। वहीं, दूसरी ओर बीजेपी के एक लोकसभा उम्मीदवार लोगों से अच्छी क्वालिटी का बीफ उपलब्ध करवाने का वादा कर रहे हैं। बीजेपी नेता ने लोगों से वादा किया है कि अगर वह सांसद चुने जाते हैं तो अपने निर्वाचन क्षेत्र में अच्छे गोमांस की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे। यह कहना है कि केरल के मल्लापुरम लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदार एन. श्रीप्रकाश का।
प्रेस मीट के दौरान बीजेपी के उम्मीदवार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “वह वोटरों से वादा करते हैं अगर वह विजयी हुए तो लोगों को बीफ उपलब्ध कराया जाएगा। मेरी कोशिश अच्छी गुणवत्ता वाले बीफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने की होगी। गो-हत्या पर प्रतिबंध के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि अतीत में कई राज्यों में जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब उसने गौ-वध पर प्रतिबंध लगाया था। उन राज्यों में गोमांस का उपभोग करना अवैध है, जहां गौ-हत्या पर बैन है। बीजेपी नेता का यह बयान ऐसे समय आया है, जब शनिवार को बीजेपी शासित राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने गौ-हत्या करने वालों को लटका देने की बात कही थी।
शनिवार को बीजेपी शासित राज्य छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह की ओर से कहा गया है कि गौ वध करने वाले को लटका दिया जाएगा। उसने जब पूछा गया कि क्या गौहत्या को लेकर छत्तीसगढ़ में कोई कानून बन रहा है, तो उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ में कहां गौ वध हो रहा है। पिछले 15 साल में ऐसा कोई मामला सामने आया है क्या? किसी के द्वारा भी गौ-हत्या की बात सामने आई है क्या? अगर कोई ऐसा करेगा तो उसे लटका देंगे।”
केरल देश के उन राज्यों में से एक है, जहां गाय के मांस को बेचने और खाने पर प्रतिबंध नहीं है। केरल के अलावा पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिज़ोरम, नगालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम और एक केंद्र शासित राज्य लक्षद्वीप में गो-हत्या पर प्रतिबंध नहीं है। बीजेपी हाल में ऐलान किया था कि अगर नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में सत्ता में आएगी तो बीफ बैन नहीं करेगी। नॉर्थ ईस्ट के तीन राज्यों में अगले साल चुनाव होने हैं। नॉर्थ ईस्ट में रहने वाले ज्यादातर लोग ईसाई धर्म को मानते हैं और वहां बीफ ज्यादा खाया जाता है। मेघालय, मिजोरम और नागालैंड में ईसाईयों की संख्या बहुत ज्यादा है और अधिकतर लोग बीफ खाते हैं।