लखनऊ:
ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड (AISPLB) के महासचिव एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने हिज़्बुल्लाह के नेता सैयद हसन नसरल्लाह की हत्या की कड़ी निंदा की है। मौलाना अब्बास ने एक बयान में नसरल्लाह को श्रद्धांजलि देते हुए, उनके उस महत्वपूर्ण योगदान को उजागर किया, जिसमें उन्होंने आईएसआईएस के हमलों के दौरान इमाम अली की बेटी हज़रत ज़ैनब के पवित्र दरगाह की रक्षा की थी।

मौलाना अब्बास ने हसन नसरल्लाह को एक मजबूत शिया-मुस्लिम नेता बताया, जिन्होंने हमेशा फिलिस्तीन के उत्पीड़ित लोगों का इज़रायली बलों के ख़िलाफ़ समर्थन किया। उन्होंने नसरल्लाह की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे मुस्लिम दुनिया के लिए एक बड़ी क्षति बताया और उनकी हत्या के लिए इजरायली बलों को जिम्मेदार ठहराया।

मौलाना यासूब अब्बास ने शिया समुदाय से तीन दिन का शोक मनाने और अपने घरों की छतों पर काला झंडा लगाने की अपील की है।

मौलाना ने संयुक्त राष्ट्र से इजरायल पर दबाव डालने का आग्रह किया, ताकि वह फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों पर अपनी आक्रामकता को रोक सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि नसरल्लाह की मौत एक “अपूरणीय क्षति” है और दुनिया उन्हें उत्पीड़ित लोगों के हमदर्द के रूप में याद रखेगी।