दिल्ली
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के पूरनपुर में चंगेज़ खान नाम के युवक की मॉब लिंचिंग की घटना पर अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं किया जाना साबित करता है कि ऐसी घटनाएं योगी सरकार खुद करा रही है. उन्होंने फोन पर पीड़ित के परिजन से बात कर पूरे मामले की जानकारी ली.

शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पीड़ित युवक चंगेज़ खान को भीड़ द्वारा लाठी और डंडे से पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. जिसमें हमलावरों के चेहरे साफ़ देखे जा सकते हैं. वहीं अस्पताल में भर्ती पीड़ित युवक भी दूसरे वीडियो में हमलावरों के बजरंगदल से जुड़े होने की बात बता रहा है. इसके साथ ही वो हमलावरों के नाम भी बता रहा है. लेकिन पुलिस ने अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं किया है.

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि पीड़ित युवक का यह कहना कि पीटने के बाद हमलावर उसे जबरदस्ती कार से जंगल की तरफ ले गए और हमलावरों के पास पुलिस का फोन आने के बाद उसे छोड़कर चले गए स्पष्ट करता है कि मुस्लिम युवक की मॉब लिंचिंग में पुलिस भी अपराधियों के साथ मिली हुई थी. उन्होंने एफआईआर दर्ज न करने वाले पूरे थाने को बर्खास्त कर हमलावरों और पुलिस अधिकारियों के बीच संबंध की जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जांच में हमलावरों से इसकी भी पूछताछ होनी चाहिए कि वो किस पार्टी और नेता के समर्थक हैं ताकि समाज जान सके की नफ़रत की राजनीति करने वाले युवाओं को कैसे अपराधी बना रहे हैं.