पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, लेकिन आज पाकिस्तान के अरशद नदीम का स्वर्ण जीतने का दिन था।

चोपड़ा ने कहा कि अब खेल को बेहतर बनाने का समय आ गया है। “जब भी हम देश के लिए पदक जीतते हैं, तो हम सभी खुश होते हैं…अब खेल को बेहतर बनाने का समय आ गया है…हम बैठकर चर्चा करेंगे और प्रदर्शन को बेहतर बनाएंगे…भारत ने (पेरिस ओलंपिक में) अच्छा खेला…प्रतियोगिता अच्छी थी (आज)…लेकिन हर एथलीट का अपना दिन होता है, आज अरशद का दिन था…मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, लेकिन कुछ चीजों पर ध्यान देने और काम करने की जरूरत है…हमारा राष्ट्रगान आज भले ही न बजाया गया हो, लेकिन भविष्य में इसे कहीं और जरूर बजाया जाएगा…”।

उन्होंने भारत की भविष्य की ओलंपिक संभावनाओं पर भी भरोसा जताया। चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में 89.45 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक जीता। टोक्यो ओलंपिक में पांचवें स्थान पर रहे पाकिस्तान के नदीम अरशद ने 92.97 मीटर के शानदार थ्रो के साथ नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता।

टोक्यो खेलों के चैंपियन चोपड़ा गुरुवार को पेरिस में चल रहे ओलंपिक में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में रजत पदक जीतकर लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक-एंड-फील्ड एथलीट बन गए।