तीन की जगह पांच को भारत रत्न क्यों दे रही मोदी सरकार
भारत सरकार की तरफ से पांच लोगों को भारत रत्न दिए जाने का एलान हुआ है। पूर्व उप प्रधानमंत्री और वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने का एलान पहले ही हो गया था लेकिन अब तीन और हस्तियों को भारत रत्न देने का एलान हुआ है। ऐसे में इस साल कुल 5 लोगों को भारत रत्न दिया जा रहा है जबकि 3 लोगों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 फरवरी को ट्वीट कर बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव, डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। लाल कृष्ण आडवाणी और कर्पूरी ठाकुर को मिलकर कुल 5 नाम हो गए। सवाल ये है कि जब साल में तीन लोगों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है तो पांच लोगों को कैसे और क्यों दिया जा रहा है?
दरअसल साल 2023 में किसी को भी भारत रत्न नहीं दिया गया था, इसकी वजह से इस बार पांच लोगों को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा हुई है। पिछले साल सरकार ने किसी को भी यह सम्मान नहीं दिया था, ऐसे में दो साल में छह लोगों को यह सम्मान दिया जा सकता था और सरकार ने 5 लोगों के नाम का एलान कर दिया है।
देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने 2 जनवरी 1954 से भारत रत्न देने की शुरुआत की थी, शुरुआत में ये सम्मान साहित्य, कला, विज्ञान और सामाजिक क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए दिया जाता था लेकिन धीरे-धीरे इसका दायरा बढ़ता जा रहा है। सबसे पहले डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
साल 1954 में ही सी राजगोपालाचारी और सी वी रहमान को भारत रत्न दिया गया था। अब 2024 में पांच लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। इससे पहले 1999 में 4 लोगों को एक साल में ही भारत रत्न दिया गया था। भारत रत्न उन्हें दिया जाता है जो राष्ट्रीय मान्यता के प्रतीक के रूप में कार्य करता है और देश की उन्नति और प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देता है।