लखनऊ:
अग्रणी रिमोट प्रॉक्टर्ड मूल्यांकन और परामर्श फर्म व्हीबॉक्स ने आज ’इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2024’ जारी की, जिसमें देश के कार्यबल पर कृत्रिम मेधा (एआई) के परिवर्तनकारी प्रभाव पर प्रकाश डाला गया। इसका विषय था, “कार्य, कौशल और गतिशीलता के भविष्य पर एआई का प्रभाव।“ यह 11वां संस्करण, मुख्य हाइलाइट्स को उजागर करता है जो एआई क्षेत्र में भारत की रोजगार क्षमता और नेतृत्व को रेखांकित करता है। यह 3.88 लाख प्रतिभागियों और 152 निगमों की अंतर्दृष्टि के साथ व्यापक व्हीबॉक्स नेशनल इम्पलायबिलिटी टेस्ट पर आधारित है। व्यापक रूप से जानकारी से भरपूर रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत एआई कौशल पैठ और प्रतिभा एकाग्रता में वैश्विक नेतृत्व की स्थिति का दावा करता है। उसने 3.09 का प्रभावशाली स्कोर अर्जित किया है। अगस्त 2023 तक 4.16 लाख एआई पेशेवरों के स्थापित प्रतिभा आधार के साथ देश लगभग 6.29 लाख की वर्तमान मांग को पूरा करने के लिए तैयार है। यह आंकड़ा 2026 तक 10 लाख तक बढ़ने की उम्मीद है।

इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2024 में व्हीबॉक्स नेशनल इम्पलायबिलिटी टेस्ट रोजगार योग्यता सर्वेक्षण देश के रोजगार योग्य युवाओं के बीच सूक्ष्म रुझान और जनसांख्यिकीय परिवर्तनों को प्रकट करता है, जो उनकी बढ़ती उम्मीदों के बारे में गहन जानकारी प्रदान करता है। भारत में पिछले वर्ष की तुलना में समग्र युवा रोजगार क्षमता में 51.25 प्रतिशत का सुधार हुआ है। बड़े प्रतिभा पूल वाले राज्यों में हरियाणा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, केरल और तेलंगाना में उच्च रोजगार योग्य युवाओं की संख्या सबसे अधिक है। विशेष रूप से, हरियाणा 76.47 प्रतिशत परीक्षार्थियों के साथ ॅछम्ज् पर 60 प्रतिशत और उससे अधिक अंक प्राप्त करने के साथ सबसे आगे है। 22 से 25 वर्ष की आयु सीमा में उत्तर प्रदेश 74.77 प्रतिशत के साथ सबसे अधिक प्रतिभा संकेन्द्रण के साथ सबसे ऊपर है और इसके बाद महाराष्ट्र 71.97 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर है। इसके अतिरिक्त, शीर्ष 10 शहरों में इस आयु वर्ग के भीतर समग्र रोजगार दर 63.58 प्रतिशत है। ये निष्कर्ष भारत में रोजगार परिदृश्य को प्रभावित करने वाले क्षेत्रीय विविधताओं और जनसांख्यिकीय कारकों को रेखांकित करते हैं।

व्हीबॉक्स कंपनी के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और इंडिया स्किल्स रिपोर्ट के मुख्य संयोजक श्री निर्मल सिंह ने कहा, “आज, जब हम इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2024 का अनावरण कर रहे हैं तो मैं उन सभी के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं जिन्होंने हमारे देश के एआई परिवेश के इस व्यावहारिक अन्वेषण में योगदान दिया। वैश्विक एआई क्रांति का नेतृत्व करने की भारत की क्षमता हमारे द्वारा की गई महत्वपूर्ण प्रगति और हमें परिभाषित करने वाले जीवंत आईटी परिदृश्य से स्पष्ट है। इस परिवर्तनकारी यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए समावेशन पर ध्यान देने के साथ चुनौतियों का समाधान करने की जरूरत है। सरकारी निकायों, व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोगात्मक प्रयास सर्वोपरि हैं, जैसा कि हमारे डिजिटल बुनियादी ढांचे में सफल युवा कौशल उन्नयन पहल और प्रगति में देखा गया है।”

उन्होंने कहा, “एआई में निवेश प्रौद्योगिकी से कहीं आगे तक फैला हुआ है। यह अधिक समावेशी और समृद्ध भविष्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। आईटी और व्यवसाय में विदेशी निवेश के लिए भारत का आकर्षण डिजिटल कल के हमारे सपनों को प्रेरित करता है। एआई क्रांति जन-प्रथम अर्थव्यवस्था को आकार देने, नवाचार में नेतृत्व करने और एक ऐसे भविष्य का नेतृत्व करने का हमारा आह्वान है, जहां प्रौद्योगिकी और मानवता सामंजस्यपूर्ण रूप से सह-अस्तित्व में हों। एआई-संचालित आर्थिक परिवर्तन के लिए सरकार की प्रतिबद्धता एआई टास्क फोर्स और नीति आयोग की ’एआई के लिए राष्ट्रीय रणनीति’ जैसी सक्रिय पहलों के माध्यम से स्पष्ट है।’’

ईटीएस भारत और दक्षिण एशिया के कंट्री मैनेजर सचिन जैन ने कहा, ’’प्रौद्योगिकी के इतनी तेजी से विकसित होने के साथ विज्ञान सीखने में असली अंतर यह है कि इसे वैयक्तिकरण, विश्लेषण, सहज व्याख्याओं और कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि के माध्यम से कैसे लागू और बढ़ाया जाता है, जिसे एआई के बिना हासिल नहीं किया जा सकता है। वैश्विक स्तर पर सबसे बड़े मूल्यांकन संगठन के रूप में ईटीएस इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2024 में एआई पर ध्यान केंद्रित करने से बेहद उत्साहित है।’’

इस मौके पर टैग्ड के संस्थापक सदस्य और सीईओ व आईएसआर के ’नॉलेज पार्टनर’ देवाशीष शर्मा ने कहा, “वर्ष 2024 में अधिक से अधिक कंपनियां अपनी कौशल उन्नयन पहल में निवेश करती नजर आएंगी। विभिन्न उद्योगों में नियुक्ति अधिदेश में विभिन्न क्षेत्रों में नई भूमिकाएं जुड़ने से हम कंपनियों को शुरुआती करियर कार्यक्रमों में निवेश करते हुए देखेंगे। छह में से लगभग एक नियुक्ति शुरुआती करियर खंड में होगी।’’

इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2024 भारत के युवाओं की रोजगार क्षमता का आकलन करने के लिए कौशल पहल से आगे बढ़कर एआई-संचालित भविष्य के लिए उद्योग की तैयारी पर जोर देता है। संस्थागत नेतृत्व को मुख्य ध्यान वाले क्षेत्रों में वर्गीकृत किया गया है, जो अगली पीढ़ी के व्यावसायिक विकास के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं पर प्रकाश डालते हैं।