मराठा आरक्षण आंदोलन हिंसक हुआ, एक ही दिन में 9 लोगों ने आत्महत्या की
मुंबई:
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर शुरू हुआ आंदोलन हिंसक हो गया है। यह मराठवाड़ा के 8 जिलों में फैल चुका है। इस बीच सीएम एकनाथ शिंदे ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। उधर आंदोलन के नेता मनोज जरांगे ने आंदोलन को देशभर में फैलाने की चेतावनी दी है। जारंगे ने कहा कि सरकार विशेष सत्र बुलाए और आरक्षण पर फैसला करे और ऐसा नहीं करने पर जल भी त्याग दूंगा।
सूत्रों की मानें तो सरकार बवाल को रोकने के लिए स्पेशल सेशन बुलाकर मराठा आरक्षण पर अध्यादेश ला सकती है। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को जालना के पंचायत बाॅडी ऑफिस में आग लगा दी गई। बीड के बाद धाराशिव में भी प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है। वहीं बीड में इंटरनेट में बंद कर दिया गया है। जालना शहर में पिछले 12 घंटों में 3 युवकों ने सुसाइड की कोशिश की है।
महाराष्ट्र में कल एक ही दिन में एक महिला समेत कुल 9 लोगों ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आत्महत्या की। 19 से 31 अक्टूबर तक यानी 13 दिन में मराठा समाज के 26 लोगों ने आत्महत्या की है।
आंदोलन के नेता मनोज जरांगे ने कहा कि हमें आधा नहीं पूरा आरक्षण चाहिए। कोई भी ताकत आ जाए इस बार मराठा नहीं रूकेंगे।
सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि मराठा शांतिप्रिय तरीके से आंदोलन करते हैं। इन्हें कौन भड़काने का काम कर रहा है। सरकार का इस पर पूरा ध्यान है।
पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुंबई में मराठा आरक्षण को लेकर कोई तोड़ नहीं निकाला है। उन्होंने सरकार से कहा कि आप आरक्षण का रास्ता निकालिए हम आपके साथ हैं।