सुलतानपुर। मूर्ति तोड़ने के विवाद ने भू माफियाओं की पोल खोल कर रख दी। दावा किया जा रहा कि हसनपुर ग्राम सभा में ग्राम समाज की जमीनों पर कब्जा कर उसे बेचने का खेल खेला जा रहा है। इस पूरी कडी में प्रधान पति भी शामिल है। हालाकि मूर्ति तोडने के विवाद की आख्या राजस्व निरीक्षक ने आधिकारियों को भेज दिया है।

सप्ताह भर पूर्व कुड़वार थाना के हसनपुर गाँव में कथित रूप से विश्वकर्मा मूर्ति तोडे जाने का मामला हुआ था। जिसमे कई लोगांे के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। प्रधान के ससुर साजिद हुसैन ने उपजिलाधिकारी को पत्र दिया कि गाटा संख्या 274 जो सार्वजनिक हित की जमीन है। उस पर कब्जा करने की नीयत से मूर्ति रख दी गयी है। एसडीएम के निर्देश पर लेखपाल ने पाया की जमीन ग्राम सभा की है। जिसके आंशिक भू भाग पर मनीराम ने विश्वकर्मा की मूर्ति रख दिया है। सूत्रों के मुताबिक यह मामला चैकाने वाला है। मंदिर वाली जमीन पर भू माफियाओं की नजर पड़ गयी। जिसका सौदा भी हो गया। खरीदार ने शर्त रख दिया कि पहले उस जमीन पर नीव भरवा दी जाएगी तब जमीन का बैनामा होगा। घटना वाले दिन भू माफियाओं ने नीव भरवाने की योजना बनायी। मौके पर विवाद हो गया। इधर इस जमीन पर मनीराम की भी नजर गडी हुयी थी। बताते चलें कि इसी तरह यहां की कई जमीनों पर निर्माण कराकर बैनामा कर दी गयी है। एसडीएम सदर सलिल पटेल ने बताया कि जमीन कब्जा मामले में प्रधान पति की भूमिका अहम है। मामले में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। मूर्ति यथा स्थान पर रहेेगी।