दिल्ली:
उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश ने हाहाकार मचा रखा है. मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ी इलाकों तक त्राहिमाम ही त्राहिमाम है. दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. शहरों में जलभराव की स्थिति है तो पहाड़ों पर बादल फटने से बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति बन गई है. तेज बहाव में सड़कें और पुल बह गए हैं. पहाड़ों में कई जगहों पर लोग फंसे हुए हैं. सड़कों पर इतना पानी है कि कारें और दोपहिया वाहन डूब गए हैं. दिल्ली-एनसीआर के पॉश इलाकों से लेकर हिमाचल और उत्तराखंड के दूरदराज के इलाकों तक हालात एक जैसे हैं.

दिल्ली में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के एलजी से बात की. इस दौरान गृह मंत्री ने बारिश प्रभावित इलाकों में उठाए जा रहे कदमों की जानकारी ली. गृह मंत्री ने दिल्ली के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के एलजी से भी हालात का जायजा लिया. उन्होंने अमरनाथ यात्रा को लेकर कश्मीर के एलजी से भी बात की.

दिल्ली में लगातार बारिश से बने हालात पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दोपहर सचिवालय में बैठक बुलाई है. बैठक में मंत्री सौरभ भारद्वाज, आतिशी और संबंधित अधिकारी शामिल होंगे, जिसमें यमुना नदी के स्तर में वृद्धि पर भी चर्चा होगी.

दिल्ली में जुलाई में अब तक 164 मिमी बारिश हो चुकी है. पूरे महीने में शहर में औसतन 209.7 मिमी बारिश होती है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दो दिनों के अंदर राजधानी में कितनी बारिश हुई है. भारी बारिश के कारण शहर के कई पार्कों, अंडरपासों, बाजारों और यहां तक कि अस्पताल परिसरों में भी पानी जमा हो गया है. सड़कों पर भारी जाम लगा हुआ है. सड़कों पर घुटनों तक पानी से गुजरते लोगों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

दिल्ली में आज शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं. एनसीआर में भारी बारिश ने लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम में प्रशासन ने कॉरपोरेट और प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों को घर से काम करने की सलाह दी है. गाजियाबाद में भी प्रशासन ने स्कूल बंद करने का फैसला लिया है. गाजियाबाद के जिलाधिकारी ने भारी बारिश को देखते हुए 10 और 11 तारीख को स्कूलों की छुट्टियां घोषित कर दी हैं.