11 खिलाड़ियों को दिया अवॉर्ड, चुनाव आयोग ने कहा-हमसे क्यों नहीं पूछा

नई दिल्ली: आचार संहिता लागू होने के बावजूद केंद्र सरकार ने उत्तर पूर्वी राज्यों के खिलाड़ियों, जिनमें से 5 चुनाव वाले मणिपुर के हैं, को सम्मानित किया है। इसके बाद चुनाव आयोग ने केंद्र को आचार संहिता का उल्लंघन करने पर नोटिस जारी किया है। मणिपुर में दो चरणों में 4 और 8 मार्च को मतदान होना है। राज्य में 4 जनवरी को ही आचार संहिता लागू हो गई थी। चुनाव के नतीजे 11 मार्च को जारी किए जाएंगे। गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय और पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के विभाग को जारी नोटिस में चुनाव आयोग ने पूछा है कि खिलाड़ियों को सम्मानित करने से पहले उससे क्यों सलाह नहीं ली गई। चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं से चुनाव के दौरान सत्ताधारी पार्टी को फायदा पहुंचेगा और चुनावी मैदान का बैलेंस बिगड़ जाएगा।

बता दें कि 28 फरवरी को आयोजित एक समारोह में रियो ओलिंपिक में शामिल होने वाले पूर्वोत्तर के 11 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया था। मणिपुर से भारतीय महिला हॉकी की कप्तान पी.सुशीला चानू, एल बॉमबेयला देवी (निशानेबाजी), के चिंग्लेनसान सिंह और के कोठाजीत सिंह (पुरुष हॉकी) और सॉयकॉम मीराबाई चानू (वेटलिफ्टिंग) हो सम्मानित किया गया। पूर्वोत्तर राज्यों के विकास के विभाग का काम संभाल रहे राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह और गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू भी इस समारोह में मौजूद थे। शनिवार तक इन मंत्रियों को चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देना है।

बता दें कि 23 फरवरी को मणिपुर में पीएम नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली से पहले वहां के एक भाजपा प्रत्‍याशी स्टिंग ऑपरेशन में रुपए बांटने की बात कहते पकड़े गए थे। इंडिया टुडे द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में मणिपुर बीजेपी के उम्‍मीदवार वोबा जोराम कैमरे पर यह बताते पाए गए थे कि कैसे उन्‍होंने चुनाव जीतने के लिए अपने क्षेत्र में वोटरों के बीच रुपए बांटने की योजना बना रखी है। पिछले साल तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले जोराम को इस बार बीजेपी ने सेनापति जिले की माओ विधानसभा सीट से टिकट दिया है। हिडन कैमरा से किए गए स्टिंग में जोराम ने दावा किया था कि उन्‍होंने ‘अपने प्रचार पर 1.02 करोड़ रुपए पहले ही खर्च कर दिए हैं।’ चुनाव आयोग द्वारा मणिपुर में हर उम्‍मीदवार द्वारा चुनावी खर्च की सीमा 20 लाख रुपए तय की गई है। स्टिंग में जोराम ने कहा था, ”अभी तक मैंने 1.02 करोड़ खर्च किए हैं। अगर मेरे पास दो करोड़ हैं तो मैं जीत जाऊंगा। मैं पक्‍का जीतूंगा। चार से पांच करोड़ में हो जाएगा। इतना ही लगेगा। पिछली बार (2012) में चार करोड़ लगे थे, 2007 में तीन करोड़। अब ज्‍यादा खर्चा होने लगा है। इस बार पक्‍का 5 करोड़ हो जाएगा।” इस पर चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस थमा दिया था।