लखनऊ: चुनाव के दौरान सोशल मीडिया और दोसरी जगहों पर सांप्रदायिक ताकतों के सुनियोजित षड्यंत्र और विध्वंसक कारियों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने कहा कि अंग्रेज चले गए मगर अपने वारिस भारत में छोड़ गए हैं जो आज भी लड़ाओ और राज करो की सियासत करते हैं। यही कारण है कि चुनाव के दौरान सांप्रदायिक शक्तियां सकुलर वोटों के विभाजन के लिए अलग अलग हथकंडे इस्तेमाल कर रही हैं। कभी हिंदुओं के देवी देवताओं का अपमान किया जाता है और कभी मुसलमानों के मुकद्देसात का अपमान करके भावनाओं को भड़काने का काम कया जा रहा है। सांप्रदायिक ताकतें चाहती हैं कि धार्मिक भावनाओं को उग्र करके हिन्दुओं, मुसलमानों और शिया व सुन्नी को आपस में लड़ा दिया जाए ताकि चुनाव में उन्हें लाभ मिल सके। मौलाना ने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम और सुन्नी और शिया सांप्रदायिक ताकतों की साजिश से सावधान रहें और किसी के बहकावे में न आएं क्योंकि 8 मार्च के बाद ऐसी सांप्रदायिक ताकतें खुद बसु चुप हो जायेंगी और उनके लोग कहीं नजर नहीं आएंगे।
मौलाना ने कहा कि सोशल मीडिया और दोसरी जगहों पर यह सब इसलिए किया जा रहा है ताके हर धर्म और हर सांप्रदाय की भावनाओं को उग्र करके उन्हें सड़कों पर उतरा जाये, इसलिए बहुत होशियारी की जरूरत है।मौलाना ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतें इस चुनावों में अपनी हार स्वीकार कर चुकी हैंइस लिए इस तरह की साजिशें की जा रही हैं।