कानपूर में पहले कट्टे बनते थे, अब डिफेन्स कॉरिडोर: सीएम योगी
कानपुर:
11 मई को निकाय चुनाव के दूसरे चरण का मतदान होगा। मंगलवार शाम चुनाव प्रचार थम गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रचार के आखिरी दिन कानपुर, बांदा व चित्रकूट में रैली कर हर मतदाता से वोट देने की अपील की। मुख्यमंत्री ने 2017 के बाद यूपी में आए बदलावों की चर्चा की तो इस अवधि के पहले यूपी वालों की छवि बिगाड़ने वाले विपक्षी दलों को निशाने पर रखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छह वर्ष में यूपी की पहचान डिफेंस कॉरिडोर, एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट, मेट्रो आदि बन गए हैं। मुख्यमंत्री ने विकास के बलबूते भाजपा प्रत्याशियों को जिताने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कानपुर में महापौर की भाजपा प्रत्याशी प्रमिला पांडेय के पक्ष में जनसभा की। उन्होंने कहा कि कानपुर कभी कर्फ्यू के लिए जाना जाता था, आज यहां एयरपोर्ट बनकर तैयार हो चुका है। इसी महीने इसका उद्घाटन होने जा रहा हैं। लखनऊ-कानपुर के बीच में ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस हाईवे नई पहचान बना रहा है। कानपुर की कनेक्टिविटी ने कानपुर की प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने में योगदान दिया है। विगत वर्ष ही प्रधानमंत्री जी के सानिध्य में कानपुर को मेट्रो का उपहार मिला है और मेट्रो के सेकेंड फेज का कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है।
समाजवादी पार्टी की सरकार के समय कानपुर में कट्टे बनते थे, आज डिफेंस कॉरिडोर का नया नोड तैयार हो रहा है। देश के रक्षा उत्पादन के केंद्र के रूप में कानपुर नई पहचान बना रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जो लोग कानपुर के कर्फ्यू और दंगे के लिए जिम्मेदार थे, वो लोग आज समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बनकर आए हैं। मातृ शक्ति और रामायण जैसे ग्रंथ के लिए उनकी टिप्पणियां क्या होती हैं, ये किसी से छिपा नहीं है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कभी कानपुर की पहचान देश के टेक्सटाइल हब के साथ ही देश के सबसे बड़े औद्योगिक नगरों के रूप में थी।
पिछली सरकारों की उपेक्षा के कारण सीसामऊ में 14 करोड़ लीटर सीवर मां गंगा में गिरा कर उसके अस्तित्व पर प्रश्न खड़ा करने का प्रयास हुआ था। जब नमामि गंगे परियोजना का कार्य प्रारंभ हुआ और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन को जमीनी धरातल पर उतारने के अभियान को आगे बढ़ाया गया। उस समय प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी। दो वर्ष तक सपा ने कोई कार्य नहीं किया। मार्च 2017 में डबल इंजन की भाजपा सरकार प्रदेश में आई, आज सीसामऊ नाले से एक बूंद भी गंगा में नहीं गिरती है। जो सीवर प्वॉइंट था, उसे सेल्फी प्वॉइंट में बदलकर मां गंगा को फिर से पुनर्जीवन देने का कार्य किया गया है।