अंबेडकर नगर: उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के प्रचार अभियान में राजनीतिक दल तीखे शब्‍दबाणों से एक-दूसरे पर हमला करने में जुटे हुए हैं. अभी यूपी के मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा 'गधा' शब्‍द का इस्‍तेमाल करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी पर अप्रत्‍यक्ष तौर पर हमला बोले जाने के बाद उपजा विवाद थमा भी नहीं था कि भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह ने शनिवार को समाजवादी पार्टी पर कड़े शब्‍दों से हमला बोल दिया. उन्‍होंने उत्तर-प्रदेश की सपा सरकार को 'जला हुआ ट्रांसफार्मर' बता डाला.

अमित शाह ने अंबेडकर नगर में पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित रैली में मतदाताओं से कहा कि 'बिजली के लिए जैसे ट्रांसफार्मर बदलना जरूरी होता है वैसे ही विकास के लिए इस सरकार को बदलना होगा. उत्तर प्रदेश का भाग्य बदलने के लिए भाजपा को जिताना होगा'.

शाह ने अखिलेश व राहुल का गठबंधन दो राजनीतिक दलों का गठबंधन व 'दो भ्रष्टाचारी कुनबों का मिलन' बताया और कहा कि ये भारतीय राजनीति के दो शहजादे हैं, जिनमें एक से मां परेशान है तथा दूसरे से पिता. उन्होंने कहा, "आपने सपा और बसपा को मौका दिया. कांग्रेस को मौका दिया. अब एक मौका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दे दीजिए. उत्तर प्रदेश में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण समाप्त कर देंगे." उन्होंने कहा कि बुआ-भतीजे ने उत्तर-प्रदेश को बर्बाद कर दिया है, इसलिए इन दोनों से निजात पाना होगा.

उन्‍होंने कहा कि, "समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 15 साल में उत्तर प्रदेश को बर्बाद कर दिया है. प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण को समाप्त कर दिया जाएगा."

भाजपा सरकार बनने पर राज्य के कत्लखाने बंद करने का ऐलान करते हुए शाह ने कहा कि वह प्रदेश में खून की नहीं, बल्कि दूध और घी की नदियां बहाना चाहते हैं. शाह ने कहा, "उत्तर प्रदेश में जिस दिन भाजपा का मुख्यमंत्री शपथ लेगा, रात 12 बजे के पहले राज्य के सारे कत्लखाने बंद कर दिए जाएंगे. अब तक प्रदेश में गाय, भैंस और बैल के खून की नदियां बहाई गई. हम भी चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में नदियां बहें, लेकिन खून की नहीं, बल्कि दूध और घी की नदियां."

सपा-कांग्रेस व बसपा पर एक साथ निशाना साधते हुए अमित शाह ने राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री से तीन साल का हिसाब मांगने पर चुटकी लेते हुए कहा, "उनके परनाना, नानी व पिता ने मिलकर इस देश पर लगभग 60 साल राज किया है. देश की जनता को वह 60 साल का हिसाब पहले दें. इसके बाद प्रधानमंत्री उन्हें तीन साल का हिसाब दे देंगे."