सदन में बोलने का अवसर मिलना मेरा लोकतांत्रिक अधिकार: राहुल गाँधी
दिल्ली:
राहुल गांधी ने आज एक बार फिर अडानी के मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने संसद में सरकार की ओर से जारी गतिरोध पर सवाल उठाते हुए कहा कि अडानी पर उठाए गए मेरे सवालों से पीएम मोदी और सरकार डरी हुई है, इसीलिए मुद्दे से भटकाने के लिए ये सारा तमाशा हो रहा है। पीएम, मंत्री और बीजेपी के नेता सभी मुद्दे को भटकाने में लगे हैं। वो नहीं चाहते की असली मुद्दों पर बात हो।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं आज संसद गया अपनी बात कहने। लेकिन मेरे संसद पहुंचते ही एक मिनट में सदन स्थगित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता मेरे खिलाफ गलत इलजाम लगा रहे हैं। मोदी सरकार के चार मंत्री ने मेरे खिलाफ इलजाम लगाया है। मुझे इस इलजाम पर संसद में बोलने का हक है। मैने लोकसभा अध्यक्ष से मिलकर कहा है कि संसद में मुझे बोलने दिया जाना चाहिए। मैं स्पष्ट नहीं कह सकता पर मुझे नहीं लगता है कि मुझे बोलने देंगे। मैं आशा करता हूं कि कल मुझे सदन में बोलने दिया जाएगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मैंने संसद मे कोई भी गलत बात नहीं कही है। कुछ दिन पहले जो मैंने सदन में नरेंद्र मोदी और अडानी जी के रिश्ते पर जो भाषण दिया उसे सदन की कार्रवाई से हटा दिया गया। उस भाषण में ऐसी कोई चीज नहीं थी जो सार्वजनिक रिकॉर्ड में ना हो। अडानी और मोदी के रिश्ते को लेकर मैंने जो सवाल उठाए हैं उसकी वजह से यह सारा तमाशा हो रहा है। उन्होंने कहा कि खुद प्रधानमंत्री, सरकार के मंत्री, बीजेपी के नेता सभी मुद्दे को भटकाने में लगे हैं। वो नहीं चाहते की असली मुद्दों पर बात हो।
राहुल गांधी ने कहा कि जैसा कि संसद में आरोप लगाए गए हैं, इसलिए बोलने का अवसर मिलना मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है। अगर भारतीय लोकतंत्र काम कर रहा होता तो मैं संसद में बोल पाता। तो, वास्तव में आप जो देख रहे हैं वह भारतीय लोकतंत्र की परीक्षा है। आज भी मुख्य सवाल यह है कि मोदी और अडानी के बीच क्या रिश्ता है।