लखनऊ
उत्तर प्रदेश में तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम मोदी के साथ देश विदेश के बड़े बड़े बिजनेस मैन भी नजर आए इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आज उनके साथ उनके सबसे करीबी उद्योगपति गौतम अडानी नज़र नहीं आयी। गौतम अडानी का इस इन्वेस्टर समिट में प्रधानमंत्री के साथ नज़र आना चर्चा का विषय बन गया है, लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या अडानी पर लग आरोपों की वजह से ही प्रधानमंत्री ने उनसे दूरी बनाई है.

खबरों की मानें तो यूपी सरकार ने अडानी को न्योता भेजा था, लेकिन उनके ग्रुप ने आने को लेकर कोई सहमति नहीं दी। इससे पहले साल 2018 में आयोजित इन्‍वेस्‍टर्स समिट में गौतम अडानी नजर आए थे। लेकिन जब से हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आई है, तब से गौतम अडानी पब्लिकली नजर नहीं आ रहे हैं।

खबरों की मानें तो यूपी ग्‍लोबल इन्‍वेस्‍टर्स समिट में रिलायंस इंडस्‍ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, बजाज फिनसर्व के चेयरमैन संजीव बजाज, आदित्‍य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, महिंद्रा और महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा के अलावा देश और विदेश से कई बड़े बिजनेसमैन शामिल होने आए हुए हैं।

हाल ही में उत्तर प्रदेश में बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने के मामले में अडानी समूह को करारा झटका लगा था। उत्तर प्रदेश के मध्यांचल विद्युत निगम ने स्मार्ट मीटर लगाने की बोली जीतने वाले अडानी के टेंडर को निरस्त कर दिया। इस टेंडर को लेकर उत्तर प्रदेश विद्युत उपभोक्ता परिषद और विद्युत नियामक आयोग (इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन) ने भी आपत्ति जताई थी।

उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा का आरोप था कि जो स्मार्ट मीटर बाजार में 6000 रुपए का है उसे अडानी समूह 10,000 हजार रुपए में सरकार को दे रहा है। आरोप था कि मीटर के दाम 48 फीसदी सेलेकर 65 फीसदी तक अधिक थे। परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने इसको लेकर सीएम योगी का धन्यवाद दिया है। उन्होंने लिखा है कि उपभोक्ता परिषद की लड़ाई रंग लाई है।