उत्तर भारत में शून्य से नीचे जायेगा पारा
दिल्ली:
आने वाले दिनों में देश के उत्तर भारत में ठंड और बढ़ सकती है। मौसम विशेषज्ञ भविष्यवाणी करते हैं, ‘जनवरी 2023 में अभी भी इतिहास की सबसे ज्यादा सर्दी पड़ना बाकी है। इस क्षेत्र (उत्तर भारत) में पारा अभी और नीचे जाएगा, मैदानी इलाकों में तापमान अगले सप्ताह -4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।’
मौसम की जानकारी देने वाली संस्था लाइव वेदर ऑफ इंडिया के संस्थापक नवदीप दहिया के अनुसार, ’16 से 18 जनवरी के बीच चरम पर होगी ठंड, 14 से 19 जनवरी के बीच भीषण ठंड का प्रकोप देख जाने की संभावना है।’
राष्ट्रीय राजधानी में हल्की बारिश से कुछ दिनों के लिए भीषण ठंड से कुछ राहत मिल सकती है। हालांकि, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यह भी कहा है कि शनिवार से दिल्ली और इसके पड़ोसी राज्यों के अलग-अलग इलाकों में शीतलहर की स्थिति काफी बढ़ सकती है। साथ ही IMD द्वारा भविष्यवाणियों का बचाव करते हुए कहा गया, ‘तीन दिनों के साथ परिणाम में कुछ बदलाव हो सकते हैं और कोहरा को देखना महत्वपूर्ण हो सकता है।’ सिंगल डीजिट में तापमान रहने की चेतावनी जारी हुई है।
दहिया ने ट्विटर पर बताया, ‘इसके अलावा, ध्यान रखें कि यह जनवरी के 11 दिनों में एक ऐतिहासिक क्षणों को नोट कर रहा है। जनवरी 2023 ऐतिहासिक रूप से सबसे ठंडा हो सकता है – शायद 21वीं सदी के लिए?।