दिल्ली:
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा सचिन पायलट को ‘गद्दार’ कहने पर अब सचिन पायलट ने शालीनता से पलटवार करते हुए कहा कि उनके जैसे अनुभवी व्यक्ति के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना अशोभनीय है। उन्होंने कहा, नाम लेने, कीचड़ उछालने से कुछ हासिल नहीं होगा। यह भाजपा को हराने के लिए उसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का तथा राहुल गांधी के हाथ मजबूत करने का समय है।

पायलट ने कहा कि गहलोत उन्हें “निकम्मा, नाकारा, गद्दार वगैरह” कहते रहे हैं, लेकिन इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना उनकी परवरिश का हिस्सा नहीं है। बता दें कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश करने से कुछ दिन पहले गहलोत ने पायलट पर तीखा हमला करते हुए उन्हें “गद्दार” करार दिया और कहा कि उन्हें कभी भी राज्य का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता है।

पायलट ने कहा, मैंने अशोक गहलोत जी के बयानों को देखा है जो आज मेरे खिलाफ हैं। जो इतना अनुभवी है, वरिष्ठ है और जिसे पार्टी ने इतना कुछ दिया है, ऐसे अनुभव वाले व्यक्ति के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना शोभा नहीं देता। पायलट ने कहा कि इसका कोई मतलब नहीं है जब हमें एकजुट होकर बीजेपी से लड़ना है. अभी प्राथमिकता गुजरात में विधानसभा चुनाव जीतना है जहां अशोक गहलोत पार्टी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं और राहुल गांधी का हाथ मजबूत करना चाहिए, जो विभाजनकारी ताकतों के लिए पिछले तीन महीने भारत जोड़ो यात्रा में 2,000 किमी पैदल चलकर बिताए हैं।