दिल्ली:
छह राज्यों में सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ चुके हैं. नतीजों के अनुसार भाजपा को चार सीटों पर जीत मिली है जिसमें बिहार के गोपालगंज की जीत भी है जहाँ उसका मुख्य मुकाबला राजद से था. कहा जा रहा भाजपा को यह सीट ओवैसी की पार्टी AIMIM की वजह से मिली है क्योंकि यहाँ पर ओवैसी की पार्टी ने मुसलमानों के वोटों में बड़े पैमाने पर सेंधमारी की जो भाजपा उम्मीदवार की जीत की वजह बनी . बिहार की मोकामा सीट से राष्ट्रीय जनता दल की उम्मीदवार नीलम देवी विजयी हुई हैं. वहीँ गोपालगंज सीट पर बीजेपी उम्मीदवार कुसुम देवी ने जीत दर्ज की है.

गोपालगंज सीट पर दिलचस्प मुकाबला हुआ. यह सीट बीजेपी ने करीब 2000 वोटों से जीती मगर यहां आरजेडी के हारने का कारण असदुद्दीन ओवैसी रहे. उनकी पार्टी AIMIM को 12000 वोट मिले और BSP को 8000 वोट. यानी इन दोनों दलों की वजह से वोट बंटे. खासकर ओवैसी की वजह से मुस्लिम वोटों का बंटवारा हुआ. कई जानकारों का कहना है कि जिस तरह तेजस्वी ने ओवैसी की पार्टी का आरजेडी में विलय किया था उसका बदला ओवैसी ने ले लिया.

यह पहली बार नहीं है कि ओवैसी ने तेजस्वी यादव को नुकसान किया हो. बिहार विधानसभा चुनाव के वक्त भी सीमांचल, यानी पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज जैसे इलाकों में ओवैसी ने अच्छी पकड़ बना ली थी और पांच सीटें जीत ली थीं. इसके अलावा करीब 10 से ज़्यादा सीटों पर आरजेडी को नुकसान पहुंचाया था.

हाल ही में तेजस्वी ने ओवैसी की पार्टी के सभी विधायकों को अपनी पार्टी में मिलाकर बिहार में ओवैसी की पार्टी ही खत्म कर दी थी. बिहार की राजनीति के जानकार मानते हैं कि इसी का बदला ओवैसी ने तेजस्वी से लिया है.