लखनऊ:
समाजवादी पार्टी के संस्थापक व संरक्षक और उत्तर प्रदेश के तीन बार के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव का आज मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। मुलायम सिंह यादव 10 बार विधायक और 7 बार सांसद रहे हैं. वो देश के रक्षा मंत्री भी रहे हैं. रक्षा मंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव ने एक बड़ा और अहम फैसला लिया था जिसके कारण आज शहीद सैनिक का शव सम्मान के साथ उनके घर पहुंच रहा है

मुलायम सिंह 1996 से 1998 के बीच देश के रक्षा मंत्री रहे. उनके रक्षा मंत्री बनने से पहले अगर सीमा पर कोई जवान शहीद होता था, तो उनका शव घर पर नहीं पहुंचाया जाता था. उस समय तक शहीद जवानों की टोपी उनके घर पहुंचाई जाती थी. लेकिन रक्षा मंत्री के रूप में मुलायम सिंह यादव ने कानून पास कराया कि अब से कोई भी सैनिक अगर शहीद होता है तो उसका शव सम्मान के साथ घर तक पहुंचाया जाएगा.

मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को यूपी के इटावा जिले में हुआ था. वो राममनोहर लोहिया के विचारों से काफी प्रभावित थे. 1950 के दशक में उन्होंने किसानों के लिए लड़ाई लड़ी. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह उन्हें ‘लिटिल नेपोलियन’ कहकर बुलाते थे.

1967 में वो पहली बार विधायक बने. 1975 में इमरजेंसी के दौर में वो जेल भी गए. अक्टूबर 1992 में उन्होंने जनता दल से अलग होकर समाजवादी पार्टी बनाई. मुलायम सिंह यादव का ये बड़ा कदम था, जो उनके राजनीतिक जीवन के लिए मददगार साबित हुआ.

मुलायम सिंह यादव 1989 से 1991, 1993 से 1995 और 2003 से 2007 तक तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. 1996 से 1998 के बीच देश के रक्षा मंत्री रहे. हालांकि, कहा जाता है कि वो गृह मंत्रालय चाहते थे.