झूलन के विदाई मैच को दीप्ति ने बनाया दाग़दार
स्पोर्ट डेस्क
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर का मानना है कि दीप्ति शर्मा ने शार्लेट डीन को नॉन स्ट्राइक एंड पर रन आउट करके कोई ‘अपराध’ नहीं किया। मैच के बाद हुए प्रेस कॉन्फ़्रेंस में हरमनप्रीत ने कहा, “आज हमने जो भी किया, वह अपराध नहीं है। यह खेल का हिस्सा है और आईसीसी के नियमों के तहत आता है। मुझे ख़ुशी है कि दीप्ति इसको लेकर सजग थी कि बल्लेबाज़ कुछ लंबा ही स्ट्राइड ले रही है। मुझे नहीं लगता कि उसने कुछ ग़लत किया और हमें दीप्ति का समर्थन करना चाहिए।”
हरमनप्रीत ने इस बात से भी इनकार किया कि इससे झूलन गोस्वामी के विदाई मैच पर धब्बा लगा। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता इस पर और अधिक बात होनी चाहिए। हमने उससे पहले भी नौ विकेट पूरे मेहनत के साथ लिए। यह एक आसान लक्ष्य था लेकिन हमारे गेंदबाज़ों ने इसे मुश्किल बनाया। सिर्फ़ अंतिम विकेट पर बात करने के अलावा भी बहुत चीज़ें हैं।”
वहीं इंग्लैंड की तेज़ गेंदबाज़ केट क्रॉस का मानना है कि वह इस तरह से कभी भी रन आउट नहीं करतीं। उन्होंने कहा, “हारना हमेशा से निराशाजनक होता है। लेकिन यह दीप्ति की इच्छा थी कि उन्होंने यह विकल्प चुना। मैं शायद ऐसा नहीं करती। मैं डीन के लिए निराश हूं क्योंकि वह लॉर्ड्स पर अर्धशतक बनाने के क़रीब थी।”
आउट होने के बाद डीन शुरू में निराश दिखीं और उन्होंने ग़ुस्से में बैट ज़मीन पर पटका। उनकी आंखों में आंसू भी थे। लेकिन इसके बाद उन्होंने अपने आपको तुरंत संभाला और भारतीय खिलाड़ियों से हाथ मिलाने चली गईं। क्रॉस ने कहा, “डीन ने पेशेवर व्यवहार किया। अपने भावनाओं पर तुरंत काबू पाना आसान नहीं होता क्योंकि एक क्रिकेटर से पहले आप इंसान होते हैं। लेकिन युवा डीन ने इसे बख़ूबी अंजाम दिया।”
वहीं इस सीरीज़ में इंग्लैंड की कार्यवाहक कप्तान ऐमी जोंस ने परिणाम से निराशा जताई लेकिन यह भी कहा कि यह नियमों के अधीन था। इसी साल मार्च में क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था एमसीसी ने इसे नियम 38 के तहत मांकड़िंग नहीं सीधे-सीधे रन आउट करना कहा था।