अध्यापक दिवस पर वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन ने ‘टीचर्स डायरी’ का किया अनावरण
बाराबंकी के सम्पन्न निगम को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए किया सम्मानित
अध्यापक दिवस के मौके पर, वोडाफ़ोन आइडिया ने किया ‘टीचर्स डायरी’ का अनावरण- देश में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रेरक अध्यापकों के वास्तविक जीवन की कहानियों का संकलन
शिक्षा समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाला महत्वपूर्ण कारक है, जो समावेशन, जीवन के उच्च स्तर एवं बेहतर गुणवत्ता के जीवन को सुनिश्चित करता है। अध्यापक दिवस के मौके पर अध्यापकों के योगदान का जश्न मनाने के लिए वी की सीएसआर शाखा वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन ने वर्चुअल ‘वोडाफोन आइडिया टीचर्स डे सेलेब्रेशन’ का आयोजन किया।
इस अवसर पर वी फाउन्डेशन ने चुनिंदा अध्यापकों को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया। अध्यापकों को प्रथम एजुकेशन फाउन्डेशन के सीईओ डॉ रुकमणि बैनर्जी द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पी बालाजी, चीफ़ रेग्युलेटरी एण्ड कॉर्पोरेट अफ़ेयर्स ऑफिसर, वीआईएल एवं डायरेक्टर, वोडाफोन आइडिया फाउन्डेशन और डॉ निलय रंजन, हैड, वोडाफोन आइडिया फाउन्डेशन भी मौजूद थे।
सम्मानित किए गए अध्यापकों में सम्पन्ना कुमार निगम भी शामिल हैं। वे बाराबंकी ज़िले में बिशनपुर सरकारी प्राथमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक हैं। उन्हें तकनीक के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए जाना जाता है।
इसके अलावा वी फाउन्डेशन ने ‘टीचर्स डायरी’ का अनावरण भी किया, जो देश में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रेरक अध्यापकों के वास्तविक जीवन की कहानियों का संकलन है। यह पुस्तक देश के उन सभी अध्यापकों को सलाम करती है, जिन्होंने न सिर्फ अपने छात्रों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। इस पुस्तक में अध्यापकों द्वारा अपनाए गए ऐसे दृष्टिकोणों के उदाहरण प्रस्तुत किए गए हैं, जिन्होंने छात्रों में लर्निंग के प्रति रूचि उत्पन्न की।
कार्यक्रम के दौरान पी बालाजी, चीफ़ रेग्युलेटरी एण्ड कॉर्पोरेट अफे़यर्स ऑफिसर, वीआईएल एण्ड डायरेक्टर, वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन ने कहा, ‘‘वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन में हम ऐसे तकनीकी हस्तक्षेपों एवं इनोवेशन्स को अपनाने में भरोसा रखते हैं, जो शिक्षा की गुणवत्ता एवं छात्रों की लर्निंग में सुधार ला सकें और साथ ही शिक्षा क्षेत्र को नया आयाम दे सकें। हमारे बदलावकारी प्रोग्राम जैसे जिज्ञासा, गुरूशाला और अध्यापक-छात्र छात्रवृत्ति आदि इस तरह से डिज़ाइन किए गए हैं कि वे अध्यापकों को प्रशिक्षण संसाधनों एवं तकनीकों के साथ सक्षम बनाकर, उनके अध्यापन के तरीकों में सुधार लाकर छात्रों को लर्निंग का अनूठा अनुभव प्रदान करते हैं। वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन से जुड़े लाखों अध्यापक देश भर के छात्रों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाकर सामाजिक कल्याण को सुनिश्चित करना और लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करना हमारा मुख्य उद्देश्य है ताकि उनके भविष्य को बेहतर एवं उज्जवल बनाकर राष्ट्र निर्माण को प्रोत्साहित किया जा सके। अध्यापक दिवस के मौके पर, हमने समाज में अध्यापकों के उत्कृष्ट योगदान को पहचाना है। यह अध्यापकों को सम्मान देने का हमारा तरीका है, जो निःस्वार्थ भाव के साथ समाज कल्याण की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं।’’
डॉ रुकमणि बैनर्जी, सीईओ, प्रथम एजुकेशन फाउन्डेशन ने कहा, ‘‘हम अपनी शिक्षा नीतियों पर काम कर रहे हैं, हमें अपने अध्यापकों के लिए भी पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। हमें उन्हें अपने काम के लिए सक्षम बनाना होगा तथा आधुनिक संसाधनों के साथ हर सहयोग प्रदान करना होगा। तभी वे छात्रों की विकास एवं लर्निंग यात्रा को और भी बेहतर बना सकते हैं।’’
अध्यापकों की क्षमता निर्माण करना, डिजिटल कंटेंट उपलब्ध कराना, उन्हें पढ़ाने के आधुनिक तरीकों पर प्रशिक्षण देना, अध्ययन-अध्यापन को रोचक बनाना तथा मौजूदा बुनियादी सुविधाओं में सुधार लाना वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन के प्रमुख प्रोग्राम ‘जिज्ञासा’ का मुख्य उद्देश्य है।
इसके अलावा ज्ञान के विनिमय को बढ़ावा देने वाले प्लेटफॉर्म गुरूशाला ने डिजिटल तरीकों से हज़ारों छात्रों एवं अध्यापकों को किसी भी समय, किसी भी स्थान पर अध्ययन सामग्री अपलोड करने और एक्सेस करने में सक्षम बनाया है। वोडाफोन आइडिया टीचर्स स्कॉलरशिप प्रोग्राम अध्यापकों को ई-लर्निंग की सुविधाएं जैसे लैपटॉप, ऑनलाईन कोर्सेज़ आदि उपलब्ध कराता है।