दिल्ली:
राणेगाले सिद्धि में कुम्भकर्णी नींद सो रहे कभी लोकपाल आंदोलन के सहारे सुर्खियां बटोरने और अपने चेले केजरीवाल को राजनितिक रूप से समर्थ बनाने वाले अन्ना हज़ारे ने अब अपने ही चेले को पत्र लिखकर भाजपा द्वारा दिल्ली की नई शराब नीति के मुद्दे और आंदोलन को समर्थन दिया है. अपने राजनीतिक गुरु अन्ना हजारे द्वारा खड़े किए गए सवालों पर अब सीएम अरविंद केजरीवाल ने जवाब दिया है. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी जानबूझकर अन्ना हजारे को आगे कर रही है और उनके कंधे पर रखकर बंदूक चला रही है.

सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आप की शराबनीति से आहत होकर सीएम केजरीवाल को पत्र लिखा था. इसमें कहा गया था कि पहले तो केजरीवाल शराब के खिलाफ थे और बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. लेकिन अब खुद शराब बेचवा रहे हैं. अन्ना ने पत्र में यह भी लिखा कि AAP पर भी सत्ता का नशा चढ़ गया है.

अब केजरीवाल ने कहा कि उनके (बीजेपी) शराब नीति पर आरोप चल नहीं पाए तो वे अन्ना हजारे को ले आए. अन्ना के कंधे पर रखकर बंदूक चला रहे हैं. केजरीवाल ने यह भी कहा कि इससे पहले किसी ने जब बीजेपी की नहीं सुनी तो वह कुमार विश्वास को लेकर आए जिन्होंने AAP को खालिस्तानी समर्थक बताया.

अन्ना हजारे ने पत्र में लिखा था कि उन्होंने हर वार्ड में शराब की दुकान खोली. शराब पीने की उम्र 25 साल से घटाकर 21 साल कर दी गई. मुझे यह सही नहीं लगा, इसलिए पहली बार में उनको पत्र लिख रहा हूं. हजारे ने यह भी लिखा था कि जब मैं प्रदर्शन कर रहा था, तब वह (केजरीवाल) मुझे गुरु कहते थे. अब वह भावना कहां है?