दिल्ली:
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाब नबी आजाद ने आज अंततः पार्टी का साथ छोड़ दिया है. पार्टी छोड़ने से पहले आज़ाद ने एक तरह राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी को श्राप दिया और कहा कि अब यह पार्टी दोबारा कभी खड़ी नहीं हो सकती। बता दें पार्टी के वरिष्ठ नेता आजाद काफी दिनों से राहुल गाँधी से असंतुष्ट चल रहे थे. आजाद ने 5 पेजों में पार्टी से इस्तीफा देकर गंभीर सवाल भी उठाए हैं.

उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व पर कई सावल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि, ‘पार्टी का नया अध्यक्ष भी कठपुतली ही होगा.’ पार्टी पर सभी बड़े नेताओं को किनारे करने का भी आरोप नबी ने लगाया है. पार्टी से इस्तीफे में गुलाम नबी ने पार्टी की दुर्दशा के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने राहुल के नेतृत्व को भी बचकाना कहा है. उन्होंने कहा कि, ‘राहुल गांधी ने पार्टी के अंदर बात रखने की जगह भी नहीं छोड़ी है. पार्टी में नए अध्यक्ष के चुनाव का खेल हो रहा है.’

आजाद ने सोनिया गांधी को लिखे त्याग पत्र में लिखा, ‘पार्टी की कमजोरियों पर ध्यान दिलाने के लिए पत्र लिखने वाले 23 नेताओं को अपशब्द कहे गए, उन्हें अपमानित किया गया, नीचा दिखाया गया.’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस में हालात अब ऐसी स्थिति पर पहुंच गए हैं, जहां से वापस नहीं आया जा सकता. आजाद के इस्तीफे पर निराशा जताते हुए कांग्रेस ने कहा कि गलत वक्त में गुलाम नबी आजाद ने पार्टी छोड़ी है. इस वक्त पार्टी छोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है.

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पार्टी रिमोट कंट्रोल मॉडल चल रही है और कांग्रेस के कई बड़े नेता भी पार्टी छोड़ सकते हैं क्योंकि पार्टी में वरिष्ठ नेताओं का अपमान हुआ है. इसकी वजह से स्थिति यह बन गई है कि भारत जोड़ो की जगह कांग्रेस जोड़ो यात्रा निकालनी चाहिए. नबी ने बताया कि अगर ऐसी ही स्थिति बनी रही तो पार्टी को और भी चुनावी हार का सामना करना होगा.