ओपी राजभर की पहली पसंद बसपा, भाजपा से भी गुरेज़ नहीं
दिल्ली:
समाजवादी पार्टी का तलाकनामा स्वीकार करने के बाद सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर अब नए सहयोगी की तलाश में जुट गए हैं, उन्होंने अब बसपा के साथ गठजोड़ की इच्छा जताई है. ओपी राजभर चाहते हैं कि मायावती जी के साथ सुभासपा का गठबंधन हो जाए हालाँकि ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा के लिए अपने दरवाज़े पूरी तरह बंद नहीं किये हैं.
ओपी राजभर ने कहा, “मेरी अमित शाह जी से दिल्ली में मुलाक़ात हुई. द्रौपदी मुर्मू जी के लिए योगी आदित्यनाथजी ने बुलाया, मैं गया. अगला फ़ैसला 27 तारीख़ को पार्टी की बैठक में लेंगे. मेरी पहली प्राथमिकता बसपा है उसके बाद फिर आगे देखेंगे.
बता दें कि राजभर को हाल ही में Y कैटेगरी सुरक्षा मिली है,इस सवाल पर कि कहीं राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को किए समर्थन की वजह से तो यह सुरक्षा सुविधा तो नहींमिली? सुभासपा प्रमुख ने कहा था कि 9 एफआईआर हमने लखनऊ सहित कई शहरों में कराई थीं. हमारे ऊपर कई हमले हुए और जान से मारने की धमकी की मिली. कई गिरफ्तारियां भी हुईं, इस मामले में, पीएम और केंद्रीय गृह मंत्री को मैं लगातार लेटर लिखता रहा था. गृह मंत्रालय ने इसे संज्ञान में लेकर जांच की और इसे सही पाया. 25 दिन पहले हमें बताया था कि आपको सुरक्षा की जरूरत है और जल्द ही आपको दे दी जाएगी. आपको धमकी कौन दे रहा, इस सवाल के जवाब में राजभर ने कहा कि इनके खिलाफ हम एफआईआर करते रहे, कुछ अरेस्ट भी होते रहे हैं. अपराधी किसी राजनीतिक पार्टी के नहीं होते हैं.