लखनऊ:
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में दलितों की नाराज़गी बढ़ती जा रही है, जातीय भेदभाव और तबादलों में भ्रष्टाचार जैसे आरोपों की बाढ़ सी आ गयी है. खबर के अनुसार यूपी सरकार में मंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे के बाद अब एक दलित विधायक की इसी तरह की एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.

यूपी के जल शक्ति मंत्री दिनेश खटीक ने बुधवार देर शाम बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. जानकारी के अनुसार, करीब एक घंटे तक चली इस मुलाकात में खटीक ने अधिकारियों के बात न सुनने, काम का बंटवारा न होने और दलित होने के चलते तवज्जो न दिए जाने की शिकायत की है.इसके जवाब में जेपी नड्डा ने पार्टी के फोरम पर ही अपनी समस्याएं रखने को कहा है. इस मुद्दे पर नड्डा ने भी योगी आदित्यनाथ से बात करने का भरोसा दिया है.

बुधवार शाम को जलशक्ति मंत्री ने एक आपात बैठक बुलाकर उच्‍च अधिकारियों को तलब करके पूछा कि उनकी दिनेश खटीक से क्या बातचीत हुई है. यूपी सरकार में उभरे असंतोष के इन सुरों के बीच उन्नाव के बीजेपी के दलित विधायक बंबा लाल निरंजन की एक चिट्टी भी वायरल हुई है जिसमें विधायक, एक इंजीनियर पर काम न करने और असंसदीय भाषा बोलने का आरोप लगा रहे हैं. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यूपी में अधिकारियों के ताकतवर होने और जन प्रतिनिधियों की सुनवाई न होने से बीजेपी का एक धड़ा नाराज है.

इसका संकेत केशव प्रसाद मौर्य के उस ट्वीट में भी दिखा जिसमें उन्‍होंने लिखा यूपी के हर अधिकारी/ कर्मचारी को प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. मंत्रीगणों के साथ जनप्रतिनिधियों को भी सुनकर उनका काम करें

गुरुवार को योगी आदित्यनाथ की मुलाकात अमित शाह और जेपी नड्डा से होने की संभावना है. उधर, असंतुष्‍ट बताए जा रहे एक और मंत्री जतिन प्रसाद ने भी दिल्ली में डेरा डाल रखा है. खबर है कि पीडब्ल्यूडी मंत्री जतिन प्रसाद को मना लिया गया है. मीडिया से बातचीत में जतिन प्रसाद ने कहा, “नहीं नाराजगी वाली कोई बात नहीं है, मैं रुटीन मुलाकात के लिए आया था.