उद्योगपतियों को करोड़ों की जमीन कौड़ियों में सौंपने के लिए है यह इन्वेस्टर समिट: कांग्रेस
लखनऊ
कांग्रेस ने इन्वेस्टर्स समिटि को दिखावा करार दिया है जिसका मकसद कौड़ियों की कीमत पर उद्योगपतियों को करोड़ों की जमीन लुटाना है। पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रदेश को विकास की पटरी से बहुत दूर कर दिया है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी इन्वेस्टर सम्मिट करा रही है जिसका शाब्दिक अर्थ उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता समझ को आने में असमर्थ है। समिट में माननीय प्रधानमंत्री जी मौजूद रहे। यह डबल इंजन की सरकार पहले भी दो बार उत्तर प्रदेश में इन्वेस्टर समिट करा चुकी है, लेकिन उत्तर प्रदेश सबसे गरीब प्रदेशों की सूची में तीसरे नंबर पर पड़ा हुआ है। पिछली समिटि के क्या नतीजे रहे, और तमाम समझौतों का ज़मीन पर क्या असर पड़ा, सरकार यह बता पाने में असफल रही है।
उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी इस समय चरम पर है, पर सरकार समिट के माध्यम से उद्योगपति मित्रों को खुश करने में लगी हुई है। ऐसा लगता है कि सरकार ऐसे इन्वेस्टर समिट सिर्फ अपने उद्योगपति मित्रों के हित में करती है जिसका शिक्षित नौजवानों, किसानों और प्रदेश की गरीब जनता का कोई लाभ नहीं मिलता।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगार युवाओं की एक लंबी फौज खड़ी होती जा रही है। नौजवान प्रदेश से पलायन करने को मजबूर हैं। सरकार इन्वेस्टर्स समिट की चकाचौंध के माध्यम से नौजवानों के पलायन पर पर्दा डालना चाह रही है। सरकार को पूर्व में हुए इन्वेस्टर्स समिट पर श्वेत पत्र लाना चाहिए और प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि इन्वेस्टर्स समिट से प्रदेश की जनता को क्या लाभ हो रहा है? समिट के माध्यम से उद्योगपतियों को करोड़ों की जमीन कौड़ियों के भाव दी जा रही है, मगर नौजवान और किसान पलायन या आत्महत्या को मजबूर है। सरकार को नौजवानों और किसानों की मूल समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए ।