लखनऊ
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा “पारिवारिक समस्याएं : निःशुल्क समाधान, सुझाव हेल्पलाइन” का शुभारम्भ ट्रस्ट के कार्यालय में किया गया। कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी, हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल व योगेश नारायण माथुर, अधिवक्ता, फैमिली कोर्ट, लखनऊ ने पारिवारिक समस्याओं के समाधान हेतु “दो हेल्पलाइन नंबर जारी किये – 9415342802, 9839510166 I इन दो नंबरों पर प्रत्येक रविवार को प्रातः 11:00 बजे से अपराहन 3:00 बजे तथा प्रत्येक मंगलवार व गुरुवार को सायं 7:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक परामर्शदाता योगेश नारायण माथुर से वार्ता कर लोग अपनी पारिवारिक समस्याओं के निवारण हेतु निःशुल्क समाधान एवं सुझाव पा सकते हैं।

हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि, आज के डिजिटल युग में सभी इलैक्ट्रानिक गैजेट्स ने युवा वर्ग को अपना गुलाम बना लिया है तथा वे परिवार के साथ समय बिताने से ज्यादा अहमियत इन गैजेट्स को देने लगे है जिसके परिणामस्वरूप परिवारों में झगड़े बढ़ने लगे हैं। कोविड-19 में लॉकडाउन के समय लोगों ने परिवार के महत्व को समझा है लेकिन फिर भी कई परिवारों में आज भी विघटन की समस्या दिखाई दे रही है। भौतिकवाद से ग्रसित आज की युवा पीढ़ी अत्यधिक महत्वाकांक्षी तथा केवल अपने कैरियर के प्रति ज्यादा उत्साही होने के कारण अपने पारिवारिक दायित्वों की उपेक्षा अथवा महत्ता ना समझने से अधिकांश परिवारों में सामन्जस्य स्थापित होने में कठिनाई आ रही है, जिसके कारण पारिवारिक समस्यायें बढ़ रही है, और पति पत्नी पारिवारिक न्यायालय की शरण ले रहे है इससे एक तरफ पारिवारिक ढांचा, जो समाज का महत्वपूर्ण मूल स्तम्भ है चरमरा रहा है वहीं पारिवारिक न्यायालयों पर कार्य का अत्यधिक बोझ बढ़ रहा है, इन सबका असर नन्हें-नन्हें बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक पर बहुत बुरा पड़ रहा है। माता-पिता परिवार की धुरी है तथा उनका आपसी प्रेम व सौहार्द्र उनके बच्चों के भविष्य का निर्माण करता है I हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट की इस पहल से हम कई परिवारों को बिखरने से बचा पाएंगे I श्री अग्रवाल ने हेल्पलाइन के परामर्शदाता श्री योगेश नारायण माथुर का अपने अनुभवों और योग्यता से पारिवारिक समस्याओं के निःशुल्क समाधान एवं सुझाव, स्वेच्छा से प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया I श्री अग्रवाल ने बताया कि श्री योगेश नारायण माथुर लखनऊ फैमिली कोर्ट में अधिवक्ता हैं तथा आर्ट ऑफ़ लिविंग व रेकी डिस्टेंस हीलर के टीचर हैं I

इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल ने कहा कि, संयुक्त परिवार समाप्त होना, न्यूक्लियर परिवार की अवधारणा भी पारिवारिक समस्याओं का एक कारण है. इस समय स्वतन्त्रता की ज्यादा इच्छा है कोई किसी को टोके नहीं, सलाह न दे और न ही जीवन के लिए दिशा निर्देश दे कोई किसी के व्यक्तिगत मामले में हस्तक्षेप सहन नहीं करना चहता, उसी का परिणाम है घर की चार दीवारी से आज पति पत्नी की लड़ाई सड़क तक निकल कर न्यायालय तक पहुंचने लगी है। संयुक्त परिवार में कोई भी छोटी बातों के लिए परिवार के सदस्य दोनो पति पत्नी को समझा बुझा कर मना लेते थे। संयुक्त परिवार में कोई न कोई जोड़ा रोल माडल के रूप में आदर्श पति-पत्नी की भूमिका निभाता था परन्तु वर्तमान परिस्थतियों में कौन किसको समझाये तथा कौन किसकी बात सुने यह बहुत बड़ी समस्या है। विवेकानन्द जी ने कहा था “Purity Patience and Perseverance are the three essential to success and above all, Love.” अतः केवल प्रेम से ही जीवन को सार्थक एवं सफल बनाया जा सकता है। “पारिवारिक समस्यायें: निःशुल्क समाधान, सुझाव हेल्पलाइन” का यही उद्देश्य है I

हेल्पलाइन के परामर्शदाता योगेश नारायण माथुर ने इस अवसर पर कहा कि आज परिवारों में विघटन का मुख्य कारण लोगों की एक दूसरे से बढ़ती हुई अपेक्षाएं हैं। जब ये अपेक्षाएं पूरी नहीं होती तो लोग मानसिक अवसाद के शिकार हो जाते हैं व परिवार अलग हो जाते हैं। मैं रोज फैमिली कोर्ट में इस तरह के मामलों की सुनवाई करता हूँ व लोगों से यह अपील करता हूं की लोग इस बात को समझें कि ‘No one is perfect’ I हम सबमें कोई न कोई कमी जरूर होती है अत: यदि हम सब आपसी सामंजस्य व सौहार्द के साथ परिवार रूपी गाड़ी को चलायें तो परिवारों को टूटने से रोका जा सकता है। सूझबूझ एवं एक दूसरे के प्रति समर्पण के भाव से एक सुखी एवं समृद्ध परिवार का निर्माण होता है I मैं हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट को उनकी पारिवारिक समस्यायें: निःशुल्क समाधान, सुझाव हेल्पलाइन प्रारम्भ करने की पहल के लिये बहुत शुभकामनायें देता हूँ व उनके साथ मिलकर लोगों की समस्यायें दूर करने हेतु तत्पर हूँ |