टीम इंस्टेंटखबर
मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में आज हुई शिवसेना की विशाल सभा में उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘ देवेंद्र फडणवीस ने हमें कहा था कि ये गदाधारी नहीं गधाधारी हिंदू हैं. सही कहा लेकिन जो गधे थे हमने उन्हें ढाई साल पहले छोड़ दिया. उन गधों का कोई इस्तेमाल नहीं. गधे हमें लात मारे, उससे पहेल हमने गधों को लात मार दिया और गठबंधन से बाहर आ गए.’

उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस एक सभा में गलती से बोल गए कि मुंबई को आजाद करेंगे. मुंबई को अलग करने का जो खयाल भी लाएगा मुंबई की जनता उन्हें टुकड़े-टुकड़े कर देगी. आपकी साठ पीढ़ियां भी आ गईं ना तो मुंबई तोड़ने की साजिश हम सफल नहीं होने देंगे.

मुंबई को आजाद कराने वालों आज मुंबई गुलाम है क्या? ये कह रहे हैं कि मुंबई में बुलेट ट्रेन लाएंगे. अहमदाबाद से मुंबई बुलेट ट्रेन. किसको चाहिए बुलेट ट्रेन? आपको चाहिए बुलेट ट्रेन? संयुक्त महाराष्ट्र की लड़ाई लड़ने वाले पांच योद्धाओं में हमारे दादा प्रबोधनकार ठाकरे थे. एक हमारे चाचा थे श्रीकांत ठाकरे. संयुक्त महाराष्ट्र की लड़ाई में ये बीजेपी वाले कहां थे?’

शिवसेना पार्टी प्रमुख ने कहा, ‘हिंदुत्व पर बोलने की हमें जरूरत नहीं. हिंदुत्व हमारी सांस है. लेकिन एक सवाल पर सब चुप हैं वो है महंगाई. कोरोना को लेकर दिल्ली में बैठक हो रही थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वह बैठक बुलाई थी. हमें लगा चलो क्या होता है, देखते हैं. वहां युद्ध की बात चल रही है. महंगाई की बात चल रही है. हमसे कहा कि आप अपने राज्य में पेट्रोल-डीजल पर वैट कम कीजिए. मुझे समझ नहीं आया कि इसका कोरोना से क्या संबंध है? हमारे हिस्से के जीएसटी पर कोई बात नहीं. मैं उस बैठक को आईपीएल के मैच की तरह देख रहा था. और क्या करता? जब पेट्रोल का भाव सात पैसा बढ़ गया था, तब अटल बिहारी वाजपेयी संसद तक बैलगाड़ी में पैदल गए थे. ये तब की बीजेपी थी. ये अब की बीजेपी है. आज पेट्रोल-डीजल का भाव देखो, कहां जा रहा है? संवेदनशील बीजेपी आज कहां चली गई?’

उद्धव ठाकरे ने किरीट सोमैया और नवनीत राणा की केंद्र की सुरक्षा पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘ एक माहौल बनाया जा रहा है कि दुनिया में हिंदुत्व का रक्षक सिर्फ बीजेपी है. तो आप जो सामने बैठे हैं वो कौन हैं? कश्मीरी पंडितों को घर घुस कर मारा गया है. राहुल भट्ट सरकारी कर्मचारी थे. सुरक्षा मांगते-मांगते चले गए. लेकिन उनका ट्रांसफर नहीं किया गया.वे चले गए. अब क्या उनके कार्यालय के सामने हनुमान चालीसा बजाएंगे? या घंटा मोर्चा निकालेंगे? आतंकी आते हैं, नाम पूछते हैं और सबके सामने गोली मार देते हैं.

उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘हमारे हिंदुत्व पर सवाल मत उठाएं. आप देंगे हमें हिंदुत्व पर सर्टिफिकेट? आप हैं कौन? बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि हमें भगवान के सामने घंटा बजाने वाला हिंदुत्व नहीं चाहिए. हमें आतंकियों का घंटा बजाने वाला हिंदुत्व चाहिए. हम संयम रखते हैं तो इसका मतलब हम नामर्द की औलाद नहीं. हम किसी को छेड़ते नहीं. लेकिन जो हमें छेड़ता है, हम उसे छोड़ते नहीं. यह है हमारा हिंदुत्व.’

उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘हमें कहते हैं ये कि हम कांग्रेस के साथ गए. हां गए ना, आपने मजबूर किया. एनडीए के साथ कितनी पार्टियां साथ थीं. कितने लोग साथ थे. उनमें से कौन हिंदुत्व के नाम पर आपके साथ आया था? नीतीश कुमार आपके साथ हिंदुत्व के नाम पर आए थे क्या? महबूबा मुफ्ती आपके कान में आकर वंदे मातरम बोलती है क्या? कल को दाऊद इब्राहिम बीजेपी में गया तो ये लोग उसे भी मंत्री बना देंगे. हमारे कांग्रेस के साथ जाने पर सवाल उठाने वालों पहले इन सवालों का जवाब दो.’

सीएम उद्धव ठाकरे ने विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस के इस दावे की खिल्ली उड़ाई कि वे बाबरी मस्जिद को गिराने के लिए अयोध्या में मौजूद थे. उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘अगर आपने बाबरी में चढ़ने की कोशिश भर की होती तो वो आपके वजन से नीचे गिर गई होती. बालासाहेब ठाकरे ने साफ कहा था कि शिवसैनिकों ने बाबरी गिराई है तो उन्हें गर्व है. बीजेपी के लोग बगलें झांकने लगे थे.दुम दबा कर बैठे थे. बालासाहेब ठाकरे ने जिम्मेदारी स्वीकार की थी.’

राज ठाकरे के भगवा शॉल ओढ़ कर हिंदुत्व की राह चलने पर कमेंट करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘ कुछ लोग शॉल ओढ़ कर मुन्ना भाई की तरह घुम रहे हैं. ऐसे मुन्ना भाई जैसे लोगों को घुमने दो. उन्हें लग रहा है कि वे बालासाहेब जैसा हो जाएंगे. उनके दिमाग में मुन्ना भाई जैसा केमिकल लोचा हो गया है. होने दो.’