सपा प्रत्याशियों को जिताने के लिए कांग्रेसियों ने खाई कसम
सुलतानपुर। उत्तर प्रदेश में गठबंधन के बाद सपा और कांग्रेस ने एक-दूसरे के प्रत्याशियों को जिताने के लिए कसमें खाई। कार्यकर्ताओं ने अखिलेश और राहुल की सोच को परवान चढ़ाने के लिए कहां कि वह जन-जन तक पहुंचेगे। पदाधिकारियों ने कहा कि इस गठबंधन से देश को तोड़ने वाली ताकते परास्त हो जाऐगी।
शहर के एक निजी होटल में सपा जिलाध्यक्ष रामसहाय यादव और कांग्रेस जिलाध्यक्ष कृष्णकुमार मिश्र की अगुवाई में लम्भुआ विधायक संतोष पांडेय ने संयुक्त प्रेसवार्ता किया। जिसमें सपा और कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहां कि यह गठबंधन सराहनीय है। अखिलेश और राहुल की सोच एक है। दोनो शीर्ष नेता यह चाहते है कि प्रदेश में सामप्रदायिक ताकतों को हराकर प्रदेश में विकास की गंगा बहाई जाए। सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जो भी वादा किया था, उसे पूरा कर दिखाया। 2017 में सरकार बनने के बाद जो नए वादे है उसे पूरा किया जाएगा। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहां कि अखिलेश की साइकिल और राहुल का पंजा विकास में धार देगा। लम्भुआ प्रत्याशी संतोष पांडेय को जिताने के लिए उनके कार्यकर्ता गांव की गलियों में निकल पड़े है। संतोष पांडेय के साथ-साथ अन्य सभी प्रत्याशियों की जीत पक्की है।
सपा जिलाध्यक्ष रामसहाय यादव ने बागियों के बारे में गोल-मोल जवाब दिया। उनसे जब पूछा गया कि सपा में बागी नेता निर्दल चुनाव लड़कर प्रत्याशी को हरा देंगे। इसके जवाब मे उन्होंने कहा कि सब को मना लिया जाएगा। कांग्रेस गठबंधन पर मुलायम िंसंह के विरोध के बावत वह चुप्पी साध गए।
कांग्रेस-सपा गठबंधन के दौरान आयोजित प्रेसवार्ता में सपा से ज्यादा कांग्रेसियों की मौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही। कार्यक्र्र्रम में कांग्रेसी नेता कृष्णकुमार मिश्र, हरीश त्रिपाठी, सलाउददीन हाशमी, सलीम सेठ, रामसबद मिश्रा, इकरार अहमद इदरीशी, रणजीत सिंह सलूजा, हामिद राईनी, प्रेम भारती, विजय उपाध्याय, उर्मिला उपाध्याय, रेनू श्रीवास्तव, राजेश तिवारी समेत दर्जनों कांग्रेसी मौजूद रहे। जबकि सपा से मो. अहमद सहित गिने-चुने सपाई ही मौजूद रहे।
सुलतानपुर विधायक अनूप संडा कें संयोजन में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि स्थानीय स्तर पर कांग्रेस पार्टी से मिलकर शहरी क्षेत्र में दस टोलिया बनीयी जाएगी जो घर-घर जाकर प्रत्याशी की खूबिया बताएगे। इन मौके पर अनिल पांडेय, मन्नान खां, बिन्नू बरनवाल, कासिम, हाजी हारून, संजय कसौधन, श्याम बहादुर जंगी, मद्दन खां, यूनुस घोसी, इसरारअहमद, विकास चौरसिया, टोनी, इन्द्र प्रसाद, ज्ञान प्रकाश सत्यनारायण आदि मौजूद रहे।