टीम इंस्टेंटखबर
राजस्थान के जालोर में दलित समुदाय के एक नवविवाहित जोड़े को पुजारी ने मंदिर में प्रवेश कर पूजा-पाठ की इजाज़त नहीं दी। इन्हें मंदिर के बाहर रोक दिया गया साथ ही अपमानित भी किया गया। पीड़ित पक्ष की शिकायत के बाद पुलिस ने अब मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

खबर के अनुसार जालोर के आहोर तहसील के साडन गांव में शादी के अगले ही दिन नवविवाहित जोड़ा नारियल चढ़ाने के लिए गांव के नीलकंठ महादेव मंदिर गया था। रिपोर्ट के अनुसार नवविवाहित जोड़ा मंदिर पहुंचा और तो मंदिर के पुजारी ने उन्हें बाहर ही रोक दिया और दूर से ही नारियल चढ़ाने को कहा।

पीड़ित पक्ष के अनुसार पुजारी ने कहा कि उनके समुदाय के लोग मंदिर में पैर नहीं रख सकते, इसलिए वे दूर से नारियल चढ़ा कर चले जाएं। पुजारी पर पीड़ित पक्ष से असभ्य भाषा में गाली गलौच भी करने का आरोप है।

ये बात भी सामने आई है कि मामला बढ़ने के दौरान मंदिर के पास खड़े कुछ लोग भी वहां पहुंचे और वर-वधु के साथ आए दूसरे लोगों को गांव के नियम को मानने का कहा। इनसे कहा गया कि जब मंदिर में इनका प्रवेश निषेध है, तो वे जिद क्यों कर रहे है।

मामले में वधु पक्ष के ताराराम मेघवाल ने थाना भाद्राजुन पर मामला दर्ज करवाया है। पुलिस के मुताबिक एससी/एसटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है।