पेट्रोल-डीज़ल सेस से जितना कमाया उससे ज़्यादा खर्च किया, सरकार का बयान
टीम इंस्टेंटखबर
देश में पेट्रोल-डीज़ल के दाम में लगातार इज़ाफा हो रहा है. विपक्षी पार्टियां महंगाई और ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार को घेर रही हैं. इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को राज्यसभा में ईंधन की बढ़ती कीमतों को अभूतपूर्व बताया.
निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में वित्त विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए सदन को बताया कि साल 2010-11 से लेकर 2021-22 तक पेट्रोल डीजल पर लगने वाले सेस के जरिए केंद्र सरकार ने 11.32 लाख करोड़ रुपये जुटाए. उन्होंने बताया कि इसमें से सरकार ने इस दौरान 11.37 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 99.41 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर आज 100.21 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 90.77 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 91.47 रुपये प्रति लीटर हो गई. आज पेट्रोल में 80 पैसे प्रति लीटर और डीज़ल में 70 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई
गौरतलब है कि दिल्ली में पेट्रोल का दाम सात जुलाई, 2021 को 100 रुपये लीटर को पार कर गया था और एक समय 110.04 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था. तब चार नवंबर को केंद्र सरकार ने वाहन ईंधन पर उत्पाद शुल्क में कटौती की थी. पेट्रोल और डीजल की कीमतें रिकॉर्ड 137 दिन तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च को बढ़ाई गई थीं. तब से सातवीं बार कीमतें बढ़ाई गई हैं.