तीन दिन में ही बंगलुरु फतह
श्रीलंका को 238 रनों के भारी अंतर से हराकर टीम इंडिया ने टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली
स्पोर्ट्स डेस्क
रोहित की कप्तानी में भारतीय टीम ने पहली ही टेस्ट सीरीज में श्रीलंका का सफाया कर दिया. बेंगलुरू टेस्ट के तीसरे दिन भारत ने श्रीलंका को 238 रनों के भारी-भरकम अंतर से हराकर सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली.
श्रीलंका के कप्तान दिमुथ करुणारत्ने (107) ने एक बेहतरीन शतक जमाया, लेकिन 447 का लक्ष्य हासिल करना इस टीम के लिए कभी भी संभव नहीं था. जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने श्रीलंकाई कप्तान समेत पूरी टीम के संघर्ष को तोड़ते हुए दूसरी पारी में सिर्फ 208 रनों पर समेट दिया और सीरीज अपने नाम की. भारत ने 28 साल बाद श्रीलंका का क्लीन स्वीप किया है.
भारत ने मैच के दूसरे दिन ही श्रींलका को मुकाबले से बाहर कर दिया था. पहले तो श्रीलंका की पहली पारी सिर्फ 109 रनों पर समेट कर 144 रन की बढ़त ली. फिर ऋषभ पंत के रिकॉर्ड सबसे तेज (भारतीय) अर्धशतक और श्रेयस अय्यर के इस मैच में दूसरे अर्धशतक के दम पर भारत ने 303 के स्कोर पर पारी घोषित की और श्रीलंका को 447 रन का बड़ा लक्ष्य दिया. इसके जवाब श्रीलंका ने दमदार संघर्ष दिखाया, लेकिन वह फिर भी इतने बड़े लक्ष्य के सामने नाकाफी था.
सोमवार को मैच के तीसरे दिन श्रीलंका ने अपनी पारी एक विकेट पर 28 रन के स्कोर से आगे बढ़ाई और सबकी उम्मीद से अलग करुणारत्ने ने कुसल मेंडिस के साथ मिलकर आक्रामक शुरुआत की. दोनों बल्लेबाजों ने पहले सेशन में भारत को पहले सवा घंटे तक विकेट के लिए तरसाया. इस दौरान मेंडिस ने अपना अर्धशतक भी पूरा किया. मेंडिस और करुणारत्ने के बीच 97 रन की साझेदारी हुई. फिर मेंडिस ने एक बड़ा शॉट खेलना चाहा, लेकिन अश्विन की गेंद को चूक गए और ऋषभ पंत ने तेजी से स्टंपिंग को अंजाम दे दिया. देखते ही देखते एंजेलो मैथ्यूज और धनंजया डिसिल्वा भी पवेलियन लौट गए. मैथ्यूज को रवींद्र जडेजा ने बोल्ड किया, जबकि डिसिल्वा को अश्विन ने अपना शिकार बनाया.
हालांकिं, दूसरी ओर से श्रीलंका के कप्तान करुणारत्ने संघर्ष करते रहे और पहले अपना अर्धशतक पूरा किया. फिर दूसरे सेशन में करुणारत्ने ने अपने टेस्ट करियर का 14वां और भारत के खिलाफ दूसरा शतक जमाया. करुणारत्ने की पारी की मदद से श्रीलंका ने सीरीज में पहली बार 200 का आंकड़ा पार किया. दूसरी तरह निरोशन डिकवेला और चरित असालंका ने कुछ देर क्रीज पर टिककर कप्तान की मदद की, लेकिन दोनों को अक्षर पटेल ने आउट कर हार तय कर दी.
एक बार जसप्रीत बुमराह ने करुणारत्ने को बोल्ड किया, तो फिर अगले 3 ओवर में बचे हुए तीन विकेट भी गिर गए. करुणारत्ने ने 174 गेंदों में 107 रन बनाए, जिसमें 15 चौके जमाए. इसके बाद बुमराह ने अपना आखिरी टेस्ट खेल रहे सुरंगा लकमल को बोल्ड कर दिया, जबकि अश्विन ने लसिथ एंबुलडेनिया और आखिर में विश्वा फर्नांडो को शमी के हाथों कैच आउट करवाकर भारत को आसान जीत दिलाई. भारत के लिए दूसरी पारी में अश्विन ने सबसे ज्यादा 4 विकेट निकाले, जबकि बुमराह ने भी 3 विकेट हासिल किए. अक्षर को दो और जडेजा को 1 विकेट मिला. बुमराह ने मैच में सबसे ज्यादा 8 विकेट हासिल किए. वहीं दोनों पारियों में बेहतरीन अर्धशतक जमाने वाले श्रेयस अय्यर को प्लेयर ऑफ द मैच और ऋषभ पंत को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया.