मैं चुनाव नहीं लड़ने जा रहा: अखिलेश
इंस्टेंटखबर ब्यूरो
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज सरोजनीनगर से चुनाव लड़ने की बात को खारिज किया और कहा कि मैं चुनाव नहीं लड़ने जा रहा हूँ । अखिलेश पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वह विरोधी दलों की साजिश से सतर्क रहें।
अखिलेश सपा की कमान संभालने के बाद पहली बार पार्टी कार्यकर्ताओं की सपा दफ्तर में हुई बैठक में सीएम ने कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। वह यूपी की किसी विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे वह विधान परिषद सदस्य हैं और वैसे तो वह हर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
वह सबके लिए चुनाव चुनाव लड़ेंगे। बैठक में उन्होंने कहा कि उनके लखनऊ के सरोजनीनगर सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा चैनलों पर चल रही है। उन्होंने इस सीट से विधायक व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला की ओर इशारा करते हुए कहा कि मुझे पता है यह बात कौन फैला रहा है।
सीएम ने कहा कि उनकी तमाम कोशिशों के बाद भी उनकी बहुत कार्यकर्ताओं की उम्मीदें पूरी नहीं हो पाईं। उनके काम नहीं हुए। अब अगली सरकार में उनके काम होंगे। इससे पहले सीएम के झांसी व महोबा के अलावा कन्नौज की किसी सीट से चुनाव लड़ने की चर्चाएं चलती रही हैं।
अलबत्ता सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा कि सीएम को अधिकार है कि वह किसी भी सीट से चुनाव लड़ें। वह चुनाव लड़ेंगे या नहीं यह वह खुद तय करेंगे। पिछले महीने अपने बुंदेलखंड दौरे के वक्त अखिलेश यादव ने कहा था कि वे बुंदेलखंड से चुनाव लड़ना चाहते हैं क्योंकि इस क्षेत्र के लोगों ने मांग की है।
साम्प्रदायिकता का प्रतिनिधित्व करने वालों व जातिवाद के जरिए चुनावों की पवित्रता नष्ट करने वाले नेता लोकतंत्र के विरुद्ध षडयंत्र करने में लगे हैं। अफवाह फैलाकर वोटरों को भ्रमित करने की साजिश चल रही रही है ताकि चुनावों की निष्पक्षता प्रभावित की जा सके। वे तमाम लोग सपा सरकार के विकास कार्यों के बारे में गलत सूचना देकर नकारात्मक राजनीति करने में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों, गरीबों व मुसलमानों के हित में जो कार्य किए गए व किसी दूसरे राज्य और सरकारों में नहीं हुए। अपराधी तत्वों को राजनीति से दूर रखने और माफिया को नियंत्रण में रखने का काम केवल सपा सरकार में हुआ है।कांग्रेस संग दोस्ती का पढ़ाया पाठ सीएम ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वह क्षेत्रों में गठबंधन के प्रत्याशियों को जिताएं।
जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं से संपर्क बढ़ाएं और उनसे सहयोग लेकर क्षेत्र में मिलकर काम करें। उन्होंने कार्यकर्ता से कहा कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्तर तक चुनाव में जुट जाएं। यूपी के चुनाव राष्ट्रीय राजनीतिक दिशा तय करेंगे। भाजपा ने व्यापारियों को सड़क पर लाकर खड़ा किया। नोटबंदी के कारण जनता बेहाल हो गई है।