मुझे जनता ने नहीं EVM ने हराया है: पूजा शुक्ला
टीम इंस्टेंटखबर
भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत हासिल कर एकबार फिर सरकार बनाने जा रही है. इस चुनाव में राजधानी लखनऊ की उत्तर विधानसभा एक ऐसी भी सीट थी जहां समाजवादी पार्टी ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी. लखनऊ उत्तर विधानसभा से समाजवादी पार्टी ने पूजा शुक्ला ने अनुभवी भाजपा के नीरज बोरा को माथे का पसीना पोछने पर कई बार मजबूर कर दिया।
लखनऊ उत्तर विधानसभा से समाजवादी पार्टी ने पूजा शुक्ला को अपना उम्मीदवार बनाया था. यह वही पूजा शुक्ला हैं जिन्होंने साल 2017 में बीजेपी की सरकार यूपी में बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाया था. पूजा शुक्ला का कहना है कि उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी डॉ. नीरज बोरा के छक्के छुड़ा दिए लेकिन ईवीएम ने उन्हें हरा दिया. पूजा शुक्ला ने आगे कहा कि लखनऊ डीएम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को खुश करने के लिए मुझे हरा दिया.
पूजा शुक्ला कहा कि जब मतगणना हो रही थी तो मैंने रिटर्निंग ऑफिसर से पूछा कि आखिर ईवीएम 99% चार्ज कैसे है? मैंने उदाहरण देते हुए चुनावों के अधिकारियों को बताया कि अगर कोई मोबाइल है और थोड़ा-सा भी वह कार्य करता है तो उसकी बैटरी खत्म हो जाती है, तो आखिर यह ईवीएम कैसे 99% चार्ज है? जबकि 23 तारीख को मतदान हुआ था और उसके 10-15 दिन बाद मतगणना की गई. हमने शुरू से ही 22 राउंड तक लीड बनाई और 22 राउंड तक 18 हज़ार मतों से मैंआगे चली, लेकिन आखिर ऐसा आखिरी राउंड में क्या हो जाता है कि मैं हार जाती हूं?
पूजा ने बताया, शाम को सरकार के आला अधिकारी लखनऊ डीएम आते हैं और काउंटिंग आधे घंटे के लिए रोक दी जाती है. कहा जाता है कि यह लंच टाइम है. मुझे समझ में नहीं आता कि 4 बजे कौन-सा लंच होता है? सुबह के आए हुए अधिकारी आखिर 4 बजे कौन-सा लंच कर रहे थे? 22 राउंड तक मैं जीत रही थी, उसके बाद भाजपा के प्रत्याशी को ईवीएम के माध्यम से डीएम ने जिता दिया.
पूजा शुक्ला ने कहा, 25 साल की लड़की को हराने के लिए देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आए. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आए और पीयूष गोयल आए. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दोनों बेटे पंकज सिंह व नीरज सिंह आते हैं और बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव यादव आती हैं. ब्राह्मण चेहरा जितिन प्रसाद और उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा आते हैं. जब सब मिलकर नहीं हरा पाते हैं, तो बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आते हैं. ब्राह्मण समाज का वोट यहां पर ज्यादा है तो फ़िज़ा बनाने के लिए बीजेपी ने ऐसा किया, लेकिन उल्टा ही हो गया. ब्राह्मणों ने पूरा समर्थन मुझे दिया.
पूजा ने आरोप लगाते हुए कहा कि ईवीएम और डीएम के माध्यम से मुझे रोकने के लिए यह सब किया गया ताकि जो विरोध का प्रतीक है वह विधानसभा ना पहुंच सके. पूजा ने कहा कि जिन्होंने मुझे वोट दिया है मैं उनका विश्वास नहीं टूटने दूंगी. मेरे पास आवाज उठाने के लिए सड़क तो है ही, भले ही यहाँ के प्रत्याशी बेईमानी से जीत गए हों, लेकिन वह जनता के दिलों में जगह नहीं बना पाए हैं. आज हारने के बाद भी लोग मुझे बधाई दे रहे हैं.