यूक्रेन में फंसे भारतीयों की मोदी सरकार को फ़िक्र नहीं: पवन खेड़ा
लखनऊ ब्यूरो
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी पर अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेसवार्ता कर योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में हजारों भारतीय फंसे हुए हैं, इनमें 1,173 लोग केवल उत्तर प्रदेश से हैं। भारतीय दूतावास ने कहा कि भारत के लोग पोलैंड के बॉर्डर पर जाएं, वहां से भारत आने की व्यवस्था की जा रही है। जब लोग पोलैंड के बॉर्डर पर पहुंचे, तो दूतावास में फोन उठना ही बंद हो गया। जिस सरकार को अपने बच्चों और नागरिकों की फ्रिक न हो, वह विश्व गुरु बनने का सपना देख रहा हो, यह कितना हास्यपद हो।
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने कहा कि सरकार के दावे झूठे और आंकड़े किताबी है। उन्होंने कहा कि क्या क्या भूल जाए उत्तर प्रदेश? क्या गोरखपुर में ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से सैकड़ों बच्चों की मौत भूल जाए? क्या माँ गंगा के आँचल को रामनामी मान कर अपने आप को ढाँपती हज़ारों लाशें भूल जाए? क्या प्रवासियों का हज़ारों किलोमीटर का वो पैदल सफ़र भूल जाए जो आपकी नासमझी की वजह से मजबूरन तय करना पड़ा? या काशी विश्वविद्यालय में यौन उत्पीड़न का विरोध करती बच्चियों पर बरसाई गई लाठियाँ भूल जाए। उन्होंने कहा कि बनारस की गलियों में भारत की ही नहीं, अपितु मानव सभ्यता की एक जीती- जागती विरासत आदि काल से हमें जीवन का एवं जीवन के बाद तक का रास्ता दिखाती आयी हैं। क्या हमारी विरासत के साथ हुए वीभत्स खिलवाड़ को भूल जाए।
उन्होंने कहा कि वाराणसी में जिन गलियों में 12 भैरव मंदिर हैं या जिन गलियों में 9 दुर्गा मंदिर स्थित हैं, उन गलियों का भी चौड़ीकरण कर हमारी आध्यात्मिक विरासत के साथ खिलवाड़ करने की योजना है? क्या इस भय को भूल जाए? किसानों के मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि 2022 आ गया है। क्या किसान की आय दोगुनी हुई? आय दुगुनी होना तो भूल जाइए, लागत ज़रूर चौगुना हो गई है। छुट्टा सांड की समस्या इतनी गम्भीर है कि आप कितना भी प्रयास कर लीजिए, किसान नहीं भूल पाएगा कि कैसे रात रात भर जाग कर अपने खेतों की रक्षा करनी पड़ती है। किसानों को आपने खाद की लाइनों में लगवा दिया। आपने वाक़ई किसान को आत्मनिर्भर बना दिया है। क्या उत्तर प्रदेश यह सब भूल जाए ?
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग कानपुर के व्यापारी की गोरखपुर में हुई वो हत्या भूल जाएं, जो पुलिस के हाथों की गई? क्या यह भी भूल जाएं कि आपने ना केवल फसलें तबाह कर दीं; आपने हमारी नौजवान नस्लें भी तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी? बेरोजगारी को लेकर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कितनी सरकारी भर्तियां हुईं, इसका जवाब सरकार से नहीं देते बनता। पूर्वांचल में कोई एक उद्योग सरकार ने खोला हो तो बताओ ? ऐसा कोई उद्योग, जिससे पूर्वांचल के एक हज़ार नौजवानों को नौकरी मिली हो?
उन्होंने कहा कि नौजवानों के मस्तिष्क में जो नफ़रत बोई जा रही है, क्या आने वाली पीढ़ियाँ आपको माफ़ कर पाएँगी? आप वर्तमान की भयावह स्थिति से लोगों का ध्यान हटाने के लिए कभी भूतकाल का सहारा लेकर नफ़रत फैलाते हैं, आपसी रंजिश फैलाते हैं, तो कभी भविष्य के लुभावने सपने दिखा दिखा कर रिझाते हैं, मूर्ख बनाते हैं। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि काठ की हांडी है। कितनी बार चढ़ाओगे ? क्या पेट्रोल व डीज़ल के दाम भूल जाए? क्या हमें नहीं मालूम आप चुनाव ख़त्म होते ही पेट्रोल और डीज़ल के दाम बढ़ाने वाले हो। कल ही प्रधान मंत्री ने इशारा कर दिया। यहीं उत्तर प्रदेश में कह दिया कि क्या हमारे पास तेल के कुएँ हैं, जो तेल सस्ता हो जाए? उन्होंने कहा कि कल रात को सोशल मीडिया में यूक्रेन में फँसी लखनऊ की एक बच्ची का वीडियो देख कर मन में बहुत पीड़ा हुई। अकेले उत्तर प्रदेश के सैंकड़ों लोग वहाँ फँसे हुए हैं। क्या तब हम भूल जाएँगे? भूलना चाहें भी तब भी नहीं भूल पाएँगे।